साल 1985 में मस्तनाथ मठ की गद्दी संभालने वाले महंत चांदनाथ ने 29 जुलाई 2016 को अपने शिष्य योगी बालकनाथ को उत्तराधिकारी बना दिया था। लंबे समय से बीमार चल रहे महंत चांदनाथ ने खुद को स्वास्थ्य को देखते हुए यह फैसला लिया था। उत्तराधिकारी चुनने के 13 महीने 15 दिन बाद ही महंत चांदनाथ ने अपना शरीर त्याग दिया। अब मस्तनाथ मठ में आठवें उत्तराधिकारी के तौर पर योगी बालकनाथ गद्दी संभालेंगे।