भिवानी, 9 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर किसानों की आय दोगुनी करने के उद्देश्य से हरियाणा सरकार ने कोपरेटिव सोसायटी के माध्यम से परंपरागत खेती की बजाए फल व सब्जियों की खेती करने के लिए एक विशेष योजना चलाई है। फल एवं सब्जी सहकारी उत्पादन समितियां नाम की इस योजना के तहत पांच लाख रूपये तक का ऋण किसानों को एक लाख रूपये की सब्सिडी के साथ उपलब्ध करवाया जा रहा है। इसी मुद्दे को लेकर आज भिवानी के सैंट्रल कॉपरेटिव बैंक में भिवानी और दादरी जिले की सहकारी समितियों के लिए जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया।
इस बारे में महाप्रबंधक सुरेश पाल व डिप्टी रजिस्ट्रार सतीश रोहिल्ला ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य किसानों को परंपरागत खेती की बजाए फल-सब्जियों व उनके प्रोसेसिंग को बढ़ावा देना है, ताकि किसानों की आय बढ़ सकें। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत किसानों को फल, सब्जियों, दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने, फल-सब्जियों के लिए प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित करने, कृषि उपकरण व मशीनरियों की खरीद करने, कृषि अवशेषों के प्रयोग में लाए जाने वाली गतिविधियों को बढ़ाने संबंधी जानकारियां दी गई।
कार्यक्रम में हिस्सा लेने ढ़ाणी हरसुख से पहुंचे किसान रामकिशन ने बताया कि इस योजना के तहत उनकी आय बढ़ेगी तथा उन्हे फसल की बुआई से पहले खाद-बीज व अन्य उपकरणों के लिए धन मिल सकेगा। जिसका प्रयोग कर वे अपने उत्पादन को बढ़ा सकेंगे।
गौरतलब है कि परंपरागत खेती की बजाए फल व सब्जियों की खेती करने वाले किसानों के लिए यह योजना खासी लाभकारी सिद्ध होगी।