कुरुक्षेत्र, (ब्यूरो)। इनेलो प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा के कहा है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने समय देकर निसिंग के गुरुद्वारे में न जाकर सिख समुदाय का ही नहीं बल्कि गुरुग्रन्थ साहिब में आस्था रखने वालों का भी अपमान किया है। इनेलो प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि सिख कौम का इतिहास बलिदानों से भरा हुआ है। मुगलों के विरुद्ध लड़ाई लड़ते हुए गुरु तेग बहादुर जी ने अपना बलिदान दिया। गुरु गोविन्द सिंह जी ने अपने बच्चों की कुर्बानी दी जोकि इतिहास में सबसे बड़ा बलिदान है। देश की आजादी में भी सिख कौम का बलिदान भुलाया नहीं जा सकता। शहीद भगत सिंह और उद्यम सिंह ने फांसी का फंदा चूमा। ऐसी बलिदान देने वाली कौम का मुख्यमंत्री ने अनादर किया है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि वे सिख कौम से माफी मांगे और दोबारा से समय निर्धारित कर निसिंग के गुरुद्वारे में जाकर गुरु ग्रन्थ साहिब के सामने शीश नवायें। अरोड़ा ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री को जरनैल सिंह भिंडरावाला के चित्र पर कोई आपत्ति है तो उन्हें हरियाणा के गुरुद्वारों में इस चित्र के लगाने पर पाबंदी लगा देनी चाहिए। क्योंकि जरनैल सिंह भिंडरावाला की फोटो तो अनेक स्थानों पर लगी हुई है। अशोक अरोड़ा ने कहा कि आज प्रदेश सरकार हर मोर्चे पर फेल है। प्रदेश में सामूहिक बलात्कार जैसी घटनाएं प्रतिदिन हो रही हैं। कर्मचारी आन्दोलन पर हैं। किसान अपनी मांगों को लेकर संघर्षरत हैं। इन सब मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए मुख्यमंत्री धर्म की आड़ ले रहे हैं और इस प्रकार के कार्य करके जनता की धार्मिक भावनाओं को भड़काकर प्रदेश का माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को इस प्रकार के हत्थकंडेे अपनाने की बजाए प्रदेश की कानून व्यवस्था सुधारने की ओर ध्यान देना चाहिए।