सिरसा, 4 सितम्बर(सुरेंद्र सैनी): सिरसा के गांव सुखचैन में एक किसान द्वारा आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार किसान ने कर्जा लिया था जिसे लेकर आढ़ती और कुछ लोग उसे तंग करते थे जिससे परेशांन होकर किसान ने ख़ुदकुशी जैसा कदम उठाया और अपनी जीवन लीला हमेशा हमेशा के लिए खत्म कर ली।
सूत्रों के अनुसार मृतक किसान पर कालांवाली के आढ़ती का तकरीबन 40 लाख रुपये का कर्जा था जिसके चलते आढ़ती किसान को बार बार परेशान कर रह था। कर्जे से तंग होकर किसान मेजर सिंह ने जहरीले पदार्थ का सेवन कर आत्महत्या कर ली। मरने से पहले मृतक ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा जिसमें मृतक ने आढ़ती सहित 3 लोगों को अपनी मौत के लिए जिम्मेवार ठहराया है। पुलिस ने मौके पर पहुँच शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है फ़िलहाल पुलिस ने मृतक के परिजनों के बयानों के आधार पर तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक गांव सुखचैन निवासी किसान मेजर सिंह की कालांवाली में एक आढ़ती के साथ लेनदेन था। मेजर सिंह व आढती का पिछले काफी समय से लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था। जिसमें कई बार पंचायत भी हुई। आढती अमरजीत सिंह ने उसकी तरफ पैसे ज्यादा रखे हुए हैं। इसी मामले को लेकर मेजर सिंह काफी तनाव में था। इसी परेशानी के चलते वह खेत में चला गया और सुबह तक वापिस नहीं लौटा। परिजनों ने जब उसकी तलाश शुरू की तो वह खेत में मृत अवस्था में मिला। सूचना के बाद बडागुढा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया। पुलिस को मृतक की जेब से एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें उसने आढ़ती व 2 अन्य लोगों को मौत के लिए जिम्मेवार ठहराया है।
मृतक के परिजनों ने बताया कि कालांवाली के आढ़ती का मेजर सिंह पर करीब 20 लाख से ज्यादा का कर्जा था और उसने प्रनोट पर ज्यादा पैसे लिखवा लिए थे। जिस कारण मेजर सिंह परेशान रहने लगा। उन्होंने कहा कि आढ़ती के कर्जे से परेशान होकर मेजर सिंह ने आत्महत्या की। मेजर सिंह ने सुसाइड नोट में तीन लोगो को आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया है। परिजनों ने तीनो आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।