रोहतक, 31 अगस्त : हरियाणा कर्मचारी महासंघ ने कर्मचारियों की हड़ताल पर एस्मा लगाने के प्रदेश सरकार के निर्णय का विरोध किया है। इसके विरोध में कर्मचारी 6 सितंबर को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर सीएम के नाम ज्ञापन सौंपगे। कर्मचारी महासंघ प्रदेश सरकार से निर्णय को वापिस लेने की मांग कर रहा है।
हरियाणा कर्मचारी महासंघ के प्रदेश महासचिव वीरेंद्र सिंह धनखड़ ने कहा कि कर्मचारियों की हड़ताल पर प्रतिबंध किसी भी सूरत में सही नहीं है। भारत में हर किसी को लोकतांत्रिक और संवैधानिक तरीके से अपनी आवाज उठाने का अधिकार है, लेकिन इसे दमनकारी नीति के जरिए दबाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार से मांग है कि इस निर्णय पर विचार करे क्योंकि किसी भी समस्या का समाधान वार्ता से संभव है।
गौरतलब है, प्रदेश सरकार ने एक दिन पहले रोडवेज व एमपीएचडब्ल्यू कर्मियों की हड़ताल पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। सरकार का कहना है कि रोडवेज हड़ताल से सार्वजनिक सुरक्षा और दैनिक यात्री अत्यधिक प्रभावित होंगे। यह समुदाय के लिए एक आवश्यक सेवा है। वहीं, बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की हड़ताल से सामुदायिक जीवन में स्वास्थ्य एवं आवश्यक सेवाएं गंभीर रूप से प्रभावित होने की आशंका है। इसलिए लोक हित में इस हड़ताल को प्रतिबंधित करना अनिवार्य है।