लखनऊ, (ब्यूरो)। देश भर में नक्सल समर्थक के नाम पर कई राज्यों से कवि, वकील, प्रोफेसर और बुद्धिजीवियों की गिरफ्तारी पर बसपा अध्यक्ष मायावती ने नरेंद्र मोदी सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों के प्रति शोषण, अत्याचार और जमीन बेदखली के खिलाफ लड़ने वाले बुद्धिजीवियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ सरकार दमनचक्र चला रही है। मायावती ने कहा कि भाजपा सरकार अपनी विफलताओं से ध्यान हटाने के लिए ऐसी कार्रवाई कर रही है। सरकार के इस रवैये से लोगों में गुस्सा है। उन्होंने कहा कि देशभर में जिस तरह से गिरफ्तारियां हुई हैं ये सत्ता का दुरुपयोग और निरंकुशता की पराकाष्ठा है। इसकी जितनी निंदा की जाए वह कम है। मायावती ने कहा कि भाजपा सरकार को अपनी जनविरोधी नीतियों के साथ-साथ लोकतंत्र विरोधी नीतियों और कार्यप्रणाली से बचना चाहिए।
गौर हो कि भीमा कोरेगांव हिंसा से जुड़े मामलों में मंगलवार को देश के कई हिस्सों में वामपंथी विचारकों की गिरफ्तारी और उनके ठिकानों पर छापेमारी हुई। इसमें पुलिस ने सामाजिक कार्यकर्ता गौतम नवलखा, वरवरा राव, सुधा भारद्वाज, अरुण फरेरिया और वरनोन गोंजालवेस को गिरफ्तार किया गया। पुलिस की छापेमारी महाराष्ट्र, गोवा, तेलंगाना, दिल्ली और झारखंड में की गई।