हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि वैक्टर जनित रोगों के नियंत्रण के लिए राज्य में 25 सेंटिनल सर्विलांस अस्पतालों को सजग किया गया है, इन अस्पतालों में डेंगू और चिकनगुनिया की निःशुल्क जांच की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। विज ने कहा कि यह सुविधा प्रत्येक जिले के न्यूनतम एक अस्पताल में दी जा रही है ताकि रोगियों के उपचार में किसी प्रकार की दिक्कत न हो सके। उन्होंने कहा कि राज्य के अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल तथा कैथल जिलों में जापानी बुखार की जांच भी की जा रही है। इसके अलावा, मलेरिया की निःशुल्क जांच एवं चिकित्सा की सुविधा राज्य के गांव स्तर पर उपलब्ध करवाई जा रही है तथा डेंगू के मरीजों के लिए अस्पतालों में अलग से वार्ड की बनाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में मरीजों को फ्री जांच एवं चिकित्सा उपलब्ध करवाई जाती है परन्तु यह भी ध्यान रखा गया है कि लैब एवं निजी अस्पताल मरीजों की जेब न काट सके। इसके लिए निजी अस्पतालों एवं लैब के लिए डेंगू एवं चिकनगुनिया प्रत्येक की जांच के लिए किए जाने वाले टेस्ट एलिसा की फीस 600 रुपये निर्धारित की है। उन्होंने कहा कि यदि कोई भी अस्पताल इससे अधिक फीस लेता पाया जाता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई करने की हिदायत दी गई है।
विज ने बताया कि सरकार के प्रयासों के फलस्वरूप इस वर्ष हरियाणा में अभी तक जापानी बुखार एवं चिकनगुनिया का कोई मामला सामने नही आया है। इसके साथ ही डेंगू के मात्र 35 मामले सामने आये हैं, जोकि गत वर्ष 4550 थे। इसी प्रकार अभी तक मलेरिया के 1677 मामले दर्ज किए गये हैं, जबकि वर्ष 2017 में इनकी संख्या 5696 तथा वर्ष 2016 में 7866 थी। परन्तु हमारे पड़ोसी राज्य पंजाब में अभी तक डेंगू के 148 तथा दिल्ली में 69 मामले सामने आए हैं।