कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर की साइकिल यात्रा के दौरान सड़क जाम के कारण एंबुलेंस फसने से हुई नवजात शिशु की मौत के मामले में जांच टीम शुक्रवार को रोहतक पहुंची। जांच टीम ने डाक्टरों, पुलिस व परिजनों की मौजूदगी में नवजात का शव बाहर निकाला। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की वजह साफ हो पाएगी।
गौरतलब है कि मंगलवार को सोनीपत जिला में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर की साइकिल यात्रा निकल रही थी। जिसकी वजह से सड़क पर जाम लग गया। सड़क पर जाम होने के कारण एंबुलेंस को वहां से निकलने का रास्ता नहीं मिला। बात दें साइकिल यात्रा के दौरान जाम में फसी इस एंबुलेंस में एक नवजात शिशु को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था। लेकिन सड़क जाम के कारण नवजात शिशु की एंबुलेंस में ही मौत हो गई थी। सोनीपत स्वास्थ्य विभाग इस मामले में निदेशक को रिपोर्ट भेज चुका है। जिसमें एंबुलेंस के 20 मिनट हास्पिटल में देरी से पहुंचने को मौत की वजह माना गया है। हालांकि अशोक तंवर स्पष्टीकरण दे चुके हैं कि एंबुलेंस में स्वास्थ्य सेवाएं कम होने की वजह से नवजात की मौत हुई है। इस मामले में प्रदेश सरकार ने विशेष जांच के आदेश भी दिए हैं।
नवजात की मौत के बाद उसके शव को रोहतक के शीला बाईपास स्थित श्मशान घाट में दफन कर दिया गया। शुक्रवार सुबह जांच टीम श्मशान घाट पहुंची। डाक्टरों की देखरेख में नवजात के शव को बाहर निकाला गया। नवजात के परिजन अब एंबुलेंस फंसने के कारण को ही मौत की वजह मान रहे हैं।