हिसार, 23 अगस्त : हरियाणा में लगातार काफी समय से रोडवेज कर्मचारी अपनी मांगो को लेकर संघर्षशील है। लेकिन सरकार की वादा खिलाफी के चलते कर्मचरियों में प्रशासन के खिलाफ काफी रोष है। बता दें रोडवेज कर्मचारी लगातार अपनी मांगो को लेकर लड़ता नजर आ रहा है, लेकिन सरकार कर्मचारियों के साथ समझौता तो कर लेती है पर उनकी मांगो को लागु नहीं करती है। आज हिसार में एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर रोडवेज कर्मचारियों ने दो घंटे का धरना पर्दशन किया, ताकि सरकार जाग जाए।
रोडवज कर्मचारी यूनियन के जिला प्रधान राजपाल नैन ने बताया कि हरियाणा रोडवेज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति व हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन सम्बन्धित सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा व रोडवेज कर्मचारी यूनियन हरियाणा सम्बन्धित हरियाणा कर्मचारी महासंघ के ट्रांसपोर्ट फैडरेशनों के राष्ट्रीय मंच के आह्वान पर 7 अगस्त को हरियाणा रोडवेज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा हरियाणा रोडवेज में 700 प्राइवेट बसें किलोमीटर स्किम के तहत ठेके पर लेने के निर्णय के खिलाफ व मोटर व्हीकल एक्ट संशोधित बिल 2017 के विरोध में व लम्बित मांगों को लेकर प्रदेश में 4000 बसों का चक्का जाम करके सफल हड़ताल की गई थी। सफल हड़ताल से बोखलाहट में सरकार ने 1628 चालकों को नौकरी से हटाने व कर्मचारी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने की धमकी दी थी।
सरकार की इस धमकी के खिलाफ हरियाणा रोडवेज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने जींद में आपात बैठक करके दोबारा से हड़ताल जैसा निर्णायक आन्दोलन करने का फैसला लिया था। उन्होंने कहाकि आज फरीदाबाद डिपो के महाप्रबंधक ने हरियाणा रोडवेज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के वरिष्ठ नेता व हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन के उप महासचिव राम आसरे यादव को 7 अगस्त की हड़ताल में भाग लेने के कारण निलम्बित कर दिया है। जिसे संघर्ष समिति किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी। सरकार की इस दमनात्मक कार्रवाई के खिलाफ दिनांक 23 अगस्त को फरीदाबाद डिपो में हड़ताल करके पूर्ण चक्का जाम किया है व 23 अगस्त को सभी डिपूओं में सुबह 9 से 11 बजे तक दो घंटे विरोध प्रर्दशन किया गया है । अगर फिर भी 24 घंटे में राम आसरे यादव के निलम्बन आदेश रद्द नहीं किए गए व अन्य कर्मचारियों के खिलाफ उत्पीड़न की कार्रवाई की गई तो हरियाणा रोडवेज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति पूरे प्रदेश में चक्का जाम हड़ताल करने पर मजबुर होगी।