टोहाना (नवल सिंह ) : किसी भी फिल्म या नाटक के निर्माण के वक्त एक आवाज गुंजती है, लाईट, साउड, कैमरा , एक्शन इनके योगदान ये सिनेमा तैयार होता है। इसी दूसरी आवाज सांउड में टोहाना के गौरव ने महत्वपुण कार्य करते हुए वालीवुड में दस्तक दी है। रंगीले वालीवुड की दूनियां सबके लिए रोमाचकारी होती है हर युवा का, कलाकार का सपना होता है कि उसका नाम भी कभी बडे सिनेमा के पर्दे पर बालीवुड के सितारों के साथ चमके पर यही सपना किसी किसी का ही पुरा होता है। ऐसा ही सपना टोहाना के गौरव गिल ने वर्षो पहले कक्षा नौ में पढते हुए देखा था उसका सपना था कि वो भी फिल्मों में अपना हुनर दिखाए इस लक्ष्य को लेकर उसने हाई स्कूल की पढाई के बाद रोहतक के सुपवा युनिवसर्टी में सिनेमा की साऊड में शिक्षा ग्रहण की महारत इतनी कि उसे कॉलेज के समय से ही आर्ट फिल्मों व एड फिल्मों मे काम मिलना शुरू हो गया। आज 24 वर्ष की छोटटीभ् आयु में उसके काम को नई ऊचाईयां मिली जब उसे बालीवुड की फिल्मों में बडे स्टारकास्ट मनोज वाजपेयी के साथ गली-गुलिया में काम करने का मौका मिला। वही दूसरी फिल्म प्रसिद्ध अभिनेत्री कॉलेज व नेहा धुपिया के साथ हैलीकाप्टर ईला में साऊड वर्क किया। ख्टोहाना (नवल सिंह ) : किसी भी फिल्म या नाटक के निर्माण के वक्त एक आवाज गुंजती है, लाईट, साउड, कैमरा , एक्शन इनके योगदान ये सिनेमा तैयार होता है। इसी दूसरी आवाज सांउड में टोहाना के गौरव ने महत्वपुण कार्य करते हुए वालीवुड में दस्तक दी है। रंगीले वालीवुड की दूनियां सबके लिए रोमाचकारी होती है हर युवा का, कलाकार का सपना होता है कि उसका नाम भी कभी बडे सिनेमा के पर्दे पर बालीवुड के सितारों के साथ चमके पर यही सपना किसी किसी का ही पुरा होता है। ऐसा ही सपना टोहाना के गौरव गिल ने वर्षो पहले कक्षा नौ में पढते हुए देखा था उसका सपना था कि वो भी फिल्मों में अपना हुनर दिखाए इस लक्ष्य को लेकर उसने हाई स्कूल की पढाई के बाद रोहतक के सुपवा युनिवसर्टी में सिनेमा की साऊड में शिक्षा ग्रहण की महारत इतनी कि उसे कॉलेज के समय से ही आर्ट फिल्मों व एड फिल्मों मे काम मिलना शुरू हो गया। आज 24 वर्ष की छोटटीभ् आयु में उसके काम को नई ऊचाईयां मिली जब उसे बालीवुड की फिल्मों में बडे स्टारकास्ट मनोज वाजपेयी के साथ गली-गुलिया में काम करने का मौका मिला। वही दूसरी फिल्म प्रसिद्ध अभिनेत्री कॉलेज व नेहा धुपिया के साथ हैलीकाप्टर ईला में साऊड वर्क किया। ख्
युवा गौरव गिल आज बालीवुड में टोहाना का नाम गर्व से बताते है कि वो हरियाणा की नहरी नगरी के वासी है। उनके काम को पहचान मिल रही है दोनो ही फिल्म 7 सितंबर को देश के सिनेमा घरों में रिलिज होने जा रही है जिनमें टोहाना के गौरव गिल का नाम बकायदा स्क्रीन पर दिखाई देख्खा ये निसन्देह हर कलाकार के लिए बड़ा पुरस्कार है।दोनो रिलिज होने जा रही फिल्मों के बारे में गौरव गिल ने बताया कि गली-गुलियां एक ऐसे व्यक्ति की कहानी है जो अपने भुतकाल में जी रहा है जिस मनोज वाजपेयी ने अभिनय से जानदार बनाया है। इस फिल्म को अब तक विभिन्न कटेगरी में फिल्मी सामारोह में आठ अवार्ड भी मिल चुके है। वही हैलीकाप्टर ईला ऐसी माँ की कहानी है जो अपने बेटे के साथ कॉलेज में एडमिशन लेकर फिर से पढाई शुरू करती है जिसमें कई मनोरजंक स्थिती बनती है। इसमें दोनो ही फिल्मों में काम करना उनके लिए चैलज भरा रहा कई तरह के नए अनुभव भी हुए। गली-गुलिया फिल्म मिलने का श्रैय वो हरीकुमार पिल्लई को देते है जिन्होने आमिरखान की पिपली लाईव में साउड वर्क किया था इसके आलावा अब तक दर्जनों फिल्मों में काम कर चुके है। गौरव गिल का कहना है कि हरिकुमार पिल्लई का उनको हमेशा ही तकनीकी रूप से व भावनात्मक रूप से बराबर सहयोग रहता है। उनका कहना है कि साउड में नए प्रयोग के लिए हरिकुमार ही उनके प्ररेणा स्त्रोत है।
गौरव की माता उजाला देवी बेटे की इस उपलब्धि पर फुली नहीं समा रही उसका कहना है कि इसकी जिद भ्थी फिल्मों में जाने की इसके पापा ने कहा था कि अगर टेस्ट में पास नहीं होगा तो चाय की दुकान पर लगा देगे। पर इसने मेहनत की रोहतक के फिल्म इस्टूटियट में दाखिला लिया सांतवा रैंक प्राप्त किया। बचपन में इंजीयर बनना चाहता था बाद में मन बदल गया, फोटोगा्रफर की दुकान पर भी इसने काम किया। कभी कुछ बनाता था कभी कुछ। खुशी है कि जो यह करना चाहता था वो इसने करके दिखाया है।