कलायत, 14 अगस्त(रणदीप धानिया): हरियाणा दलित संघर्ष समिति ने संविधान की प्रतियां जलाने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ संघर्ष छेड दिया है। हरियाणा दलित संघर्ष समिति ने मंगलवार को विरोध प्रकट करते हुए कलायत एसडीएम जगदीप सिंह को महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। इससे पहले श्री रैदास तख्त परिसर में प्रीतम कौलेखां की अध्यक्षता में एक बैठक हुई जिसमें संसद पर संविधान की प्रतियां जलाने वालों की कड़ी निंदा की गई।
समिति के सदस्य का कहना है कि संसद पर जो संविधान जलाने की घटना हुई उस पर वर्तमान केंद्र सरकार अपनी आंखें बंद किए हुए है। इस घटना को देश का नागरिक किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेगा। समिति की मांग हैं कि इस घटना में जो लोग शामिल हैं उन पर देशद्रोह का मुकद्दमा दर्ज किया जाए। उनका कहना है कि डा.भीमराव अंबेदकर द्वारा लिखित संविधान आजाद भारत में हर एक व्यक्ति को आगे बढऩे का अवसर प्रदान करता है। और सभी वर्गों की उन्नति से कुछ लोगों को पीड़ा है। दलित संघर्ष समिति का कहना है कि व्यक्तिगत स्वार्थों की पूर्ति के लिए संविधान को जलाकर आम आदमी को उनके अधिकारों से दूर करने की साजिश किसी भी सूरत में फलीभूत नहीं होगी।
देश की व्यवस्था में संविधान का अपना एक महत्व रहता है। भारत का संविधान वो संविधान है जिसके सिद्धांतों का विश्व के नामी देश अनुसरण करते हुए अपने विधान में उल्लेख रखते है। इस पहलु का हर किसी को फख्र होना चाहिए। इस मायने से संविधान को जलाने वाले सीधे तौर से देशद्रोही है। जन भावना को ध्यान में रखते हुए आरोपियों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई की जाए।