फतेहाबाद, 8 अगस्त(जितेंद्र मोंगा): फतेहाबाद जिला परिषद के पार्षदों ने परिषद की चेयरपर्सन गीता नांगली से ग्रांट आवंटन के अधिकार छीन लिए है। पार्षदों द्वारा आज ग्रांट आवंटन की पॉवर चैयरपर्सन से वापिस लेने के लिए एक विशेष बैठक बुलाई गई जिसमें यह प्रस्ताव पास किया गया। 18 पार्षदों में से 16 पार्षदों ने ध्वनिमत से इस बात को लेकर हामी भरी और गीता नांगली से ग्रांट आवंटन का अधिकार वापिस ले लिया गया। फतेहाबाद जिला परिषद की ग्रांट आवंटन का अधिकार अब हाउस के पास रहेगा। वहीं ग्रांट को लेकर अब पार्षद बैठक करेंगे और उस बैठक में ही निर्धारित होगा कि किस पार्षद को कितनी ग्रांट विकास कार्यों को लेकर मिलेगी।
इस बारे में जानकारी देते हुए पार्षद अनिल गोरछिया ने बताया कि चेयर पर्सन अपने अधिकारों का गलत इस्तेमाल कर रही थी और ग्रांट आवंटन में भेदभाव पूर्ण रवैया अपना रही थी। जिसके कारण सभी पार्षद एकत्र हुए और एक विशेष बैठक बुलाकर उनसे अधिकार वापिस ले लिए गए। पार्षदों का कहना है कि वर्तमान जिला परिषद का गठन हुए करीब अढ़ाई वर्ष बीत चुके हैं मगर उनके वार्डों में कोई भी विकास कार्य नहीं हुआ।
वहीं इस बैठक में पार्षदों ने परिषद के डिप्टी सीईओ संजीव गोयल की कार्यप्रणाली को लेकर भी मुद्दा उठाया। पार्षदो का कहना था कि डिप्टी सीईओ लगातार पार्षदो को गुमराह कर रहा है और अपने काम को सही ढंग से नही कर रहा है। एक पार्षद ने बैठक के दौरान डिप्टी सीईओ का ईलाज किसी अच्छे अस्पताल मे करवाने की भी सलाह दे डाली।