फतेहाबाद, 6 अगस्त (जितेंदर मोंगा ) : हरियाणा के तमाम रोडवेज कर्मचारी 7 अगस्त को राज्य की सभी चार हजार से अधिक बसों का चक्का जाम करेंगे। मोटर व्हीकल संशोधन बिल 2017 को रद कराने की मांग और 700 बसें किराये पर लेकर चलाने के विरोध में यह हड़ताल की जा रही है। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने रोडवेज कर्मचारियों के चक्का जाम का समर्थन किया है। हरियाणा रोडवेज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के नेताओं ने 7 अगस्त की हड़ताल को कामयाब बनाने के लिए सभी डिपो का दौरा किया। फतेहाबाद मे हरियाणा रोडवेज वर्कर युनियन के प्रदेश महासचिव सरबत सिंह पुनिया पहुचे और प्रदेश सरकार के खिलाफ बस स्टेंड पर जमकर नारेबाजी की।
मिडिया से बातचीत करते हुए उन्होने कहा कि केंद्र सरकार नए मोटर व्हीकल एक्ट को लागू कर सार्वजनिक परिवहन क्षेत्र का पूर्ण निजीकरण करना चाहती है। इस एक्ट के लागू होने से आम जनता से किफायती व सुरक्षित सरकारी परिवहन सेवाएं छिन जाएंगी। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि इस बिल में वाहन चालकों पर सजा व दंड को बढ़ाकर कई गुणा कर दिया गया है। सरकार इस बिल के पास होने से पहले ही इसे लागू करने पर उतावली हो रही है। इसी उतावलेपन के तहत 700 बसों को ठेके पर लेने का फैसला किया गया है, जबकि पूरे प्रदेश में निजी नहीं बल्कि सरकारी बसों की मांग की जा रही है। इससे पूरे प्रदेश मे रोजगार का सकंट ओर अधिक हो जाएगा। उन्होने कहा कि पूरे देश मे डीजल और पेट्रोल को जीएसटी के दायरे मे लाया जाए। उन्होने कहा कि यह जनता का मुद्दा है और इसी लिए रोडवेज कर्मचारी हडताल कर रहे है रोडवेज कर्मियों की ओर से जनता से सहयोग की अपील भी की गई।