सिरसा, 6 अगस्त : सिरसा के गांव केहरवाला ने नशे के खिलाफ एक मुहीम शुरू की है। नौजवान सभा और ग्राम पंचायत ने नाबालिगों को नशे से दूर रखने के लिए गांव में नशे की बिक्री पर रोक लगाने का फैसला किया है। गांव में कोई भी दूकानदार नाबालिगों को तंबाकू , बीड़ी , सिगरेट , जर्दा बेचता या कोई नाबालिग खरीदता हुआ पाया गया तो उसे दंड स्वरूप 500 रुपये जुर्माना किया जायेगा। अगर इसके बावजूद दूकानदार या नाबालिग नशा बेचता या खरीदता पाया गया तो उसके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गांव के लोगो ने इस फैसला का स्वागत किया है वही पुलिस ने भी गांव केहरवाला के प्रयासों की जमकर सराहना की है।
नौजवान सभा केहरवाला ने गांव को नशा मुक्त बनाने के लिए ग्राम पंचायत के सहयोग से दुकानदारों व ग्रामीणों की विशेष बैठक बुलाई गई। बैठक में ग्रामीणों व दुकानदारों की सहमति से युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए नाबालिगों को दुकानदारों द्वारा नशीली वस्तु खरीदने व बेचने पर पाबंदी लगाई गई है। ग्राम पंचायत द्वारा गांव में इस कार्य पर नजर रखने के लिए नौजवान सभा के सदस्यों को नियुक्त किया गया है।इस नई पहल के अनुसार गांव केहरवाला में कोई भी दुकानदार किसी नाबालिग को तंबाकू, बीड़ी, सिगरेट, जर्दा बेचता या कोई नाबालिग खरीदता हुआ पाया जाता है तो नौजवान सभा उससे दंड स्वरूप रुपये जुर्माना करेगी। अगर दुकानदार या नाबालिग दोबारा ऐसा करते हुआ मिला तो उस पर कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी। इस अभियान को सफल बनाने के लिए नौजवान सभा ने गांव के सभी दुकानदारों से लिखित में शपथ पत्र लिया है।
सरपंच सपना केहरवाला ने बताया कि उनके गांव में नाबालिग को नशे से दूर रखने के लिए एक मुहीम को शुरू किया गया है जिसमे गांव का कोई भी दूकानदार नाबालिग को बीड़ी , सिगरेट , जर्दा नहीं बेचेगा। अगर दूकानदार ऐसा करता पाया गया तो पहले तो उसको 500 रुपये जुर्माना किया जायेगा और फिर भी दूकानदार ने नशा बेचना बंद किया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सिरसा जिले के दूसरे गांव भी उनके गांव से प्रेरणा लेकर नशे के खात्मे के लिए अभियान की शुरुआत करे।
गांव के इस फैसले का ग्रामवासियों ने स्वागत किया है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव के युवा अभी हीरोइन , अफीम जैसे दूसरे नशे से काफी दूर है लेकिन गांव के युवा बीड़ी , सिगरेट , तंबाकू जैसे नशे में फंसे हुए है। उन्होंने बताया कि गांव के नाबालिगों को इस नशे से दूर रखने के लिए गांव ने इतिहासिक फैसला किया है। उन्होंने कहा कि सिरसा जिले के दूसरे गांव भी इसी गांव से प्रेरणा लेकर नशे के खात्मे के लिए योगदान दे।