भिवानी,02 अगस्त । भिवानी में वन्य जीव क्रूरता का मामला सामने आया है। यहां चारा मंडी के पास कुछ प्रवासी लोग बंदरों को बोरियों में बंद किए हुए थे। ये लोग बंदरों से गांव गांव जाकर खेल दिखाने का काम करते हैं, लेकिन गौरक्षकों की शिकायत पर वाइल्डलाईफ गार्डे मौके पर पहुंचे और बंदरों को अपने कब्जे में लिया। इस दौरान प्रवासी लोगों ने बंदर छुङवाने के लिए खुब हंगामा भी किया।
बताया जाता है कि तोशाम बाइपास स्थित चारा मंडी में कुछ प्रवासी परिवार आए हुए हैं। ये लोग यहां सङक पर कई दिनों से डेरा डाले हुए हैं और इनके पास 8-10 बंदर और 4-5 उनके बच्चे थे। ये लोग बंदर-बंदरिया का गांव गांव जाकर खेल दिखाने का काम करते हैं। आज गौरक्षकों ने पता चला कि ये प्रवासी लोग खेल दिखाने के बाद वापस यहां आकर बंदरों व उनके बच्चों को बोरियों में बंद कर देते हैं। उन्होने इसकी शिकायत पुलिस व वाइल्डलाइफ विभाग को दी।
इसके बाद वाइल्डलाइफ गार्डे मौके पर पहुंचे और बंदरों को अपने कब्जे में लिया। इस दौरान प्रवासी महिलाओं ने विभाग के कर्मचारियों को बंदर ना ले जाने को लेकर काफी हंगामा भी किया। साथ ही हैरानी की बात ये रही कि वाइल्डलाइफ गार्ड भी एक छोटे से पिंजरे में सभी बंदरों को बंद कर रहे थे। इस पिंजरे में सभी बंदर आपस में लङने लगे तो मीडिया के दखल के बाद दो बंदर पिंजरे व तीन बाहर बांधे गए और कहा गया कि दो तीन बारी में ऐसे ही सभी बंदरों को ले जाया जाएगा।