पलवल (सौरभ वर्मा)।पलवल के गांव बड़ौली के उप स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात एएनएम मुकेश के द्वारा गांव की एक महिला जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के नाम पर दो सौ रुपए लेने के बाद जन्म प्रमाण पत्र नही देने की बात को लेकर बच्चों के परिजनों ने केंद्र में हंगामा कर दिया ! इतना ही नहीं उप स्वास्थ्य केंद्र की संचालिका मुकेश ने यह पैसे सन 2013 में लिए थे लेकिन इतने दिन बीतजाने के बाद आज तक बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र नहीं दिए गए हैं !
होडल के गांव बड़ौली के उप स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात एएनएम मुकेश द्वारा गांव की एक महिला शिमलेश से उनके बेटा व बेटी के जन्म प्रमाण पर बनवाने के नाम पर दो सौ रुपए ले लिए लेकिन काफी समय गुजर जाने के बाद भी एएनएम मुकेश ने महिला के बच्चो के जन्म प्रमाण पत्र नहीं दिए जिस मामले को लेकर महिला शिमलेश व उसके पति योगेश कुमार ने हंगामा कर दिया हंगामे के बाद गांव की सरपंच पति भूरा ने समझा कर मामले को शांत करवाया ! यह हंगामा इतना बढ़ गया की बच्चों के परिजनों और ए एन एम् के बिच पैसे को लेकर और जन्म प्रमाण पत्र नहीं देने को लेकर काफी बहस हुई और बहस के दौरान ए एन एम् ने पैसे लेने की बात कबूल की ! ए एन एम् मुकेश ने बताया कि केंद्र पर तैनात पूर्व एएनएम अनीता राठी ने रिकार्ड को जला दिया जिसके बाद मामले में देरी हुई है और उसका कई बार तबादला भी हुआ है जिस वजह से वह जन्म पत्र नहीं दे पाई और उन्होंने कहा की एक जन्म पत्र के 85 रुपए लगते हैं जिस वजह से उसने पैसे लिए ! ए एन एम् ने कहा की अब वह पैसे वापिस कर देगी ! जबकि सरकार के आदेश हैं की जन्म पत्र के और मृत्यु पत्र के कोई पैसे नहीं लिए जाएगें लेकिन उसके बाद भी यह ए एन एम् कह रही है 85 रुपए लगते हैं !
अपने बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र लेने वाले योगेश ने बताया कि उसकी पत्नी ने 2013 में ए एन एम् मुकेश को बच्चों के जन्म पत्र लेने के लिए 200 रुपए दिए लेकिन इतने दिन हो जाने के बाद भी आज तक उनके बच्चों के जन्म पत्र नहीं दिए हैं उनेक बच्चों का स्कूलों में दाखिला नहीं हो पा रहा है और ए एन एम् उनको अपने घर बार बार बुला रही थी लेकिन वह नहीं गए ! उसने बताया की यह ए एन एम् इस केंद्र से दवाइयों को भी बेचती है जिसका वह सबूत पेस कर देगें !