मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जब से कुलदीप बिश्नोई को घुमा फिराकर ही सही पर अपनी जुबां से उनके लिए यह वाक्य निकाले , यकीन मानिए तब से प्रदेश में विवादित बयानों की झड़ी लग गई है। सीएम साहब की जुबां से यह अल्फाज जब से निकले तब से कुलदीप बिश्नोई के समर्थकों ने सीएम साहब को घेरना शुरू कर दिया है। वहीँ करनाल कर्यक्रम में पहुंचे सीएम साहब से जब पत्रकारों ने कुलदीप बिश्नोई के बारे में कहे गए बयान के बारे में पूछा तो यह क्या सीएम साहब तो अपनी बात से साफ़ मुकर गए। आई आप भी सुनिए कि एक समारोह के दौरन अपने सम्बोधन में सीएम साहब ने कुलदीप बिश्नोई को क्या कहा था। फिलहाल प्रदेश की जनता यह बखूबी जानती है कि सीएम साहब के इन शब्दों का क्या मतलब है। हालांकि खट्टर साहब भी जानते हैं, और यही कारण है कि खट्टर साहब ने वो शब्द अपनी जुबां पर लाए बिना ही कुलदीप बिश्नोई को जो कहना था, वो कह दिया …और जनता को समझा भी दिया …आइये एक बार फिर सुनिए, क्या कहा था मुख्यमंत्री जी ने…… जी हाँ मुख्यमंत्री जी ने घुमाफिरा कर ही सही पर कुलदीप बिश्नोई को वही कह गए जो वह कहना चाहते थे। सीएम साहब अपनी जुबां पर वह शब्द लाए बिना जनता को समझा भी गए….. जो वह समझना चाहते थे। अब आप ही सोचिए की सपूत का उल्टा क्या होता है…… … और यहाँ सीएम साहब कह रहे है कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा…….