सेना व हरियाणा पुलिस में भर्ती होने वाले युवाओं को शरीर पर टैटू छपवाने का शौक भारी पड सकता है। जिसके चलते उन्हें नौकरी की प्रकिया के दौरान बाहर भी निकाला जा सकता है। इसी का खामियाजा भुगत चुके एक युवा ने अब अपने टैटू को सर्जरी के बाद निकलवा लिया है। ताकि आगे जाकर उसे टैटू की वजह से नौकरी से हाथ न धोना पड जाए।
बुधवार को टोहाना नागरिक अस्पताल में चिक्तिसक डा विक्रमपाल ने जमालपुर निवासी कुलदीप सिंह के हाथ से टैटू को आप्रेशन के जरिए निकाल दिया। जिसके बाद अब वह युवा हरियाणा पुलिस में नौकरी के लिए अप्लाई कर सकता है।
इस बारे में डा विक्रमपाल सिंह ने युवाओं सचेत किया कि टैटू किसी प्रौफेशनल से ही बनवाना चाहिए। क्योंकि सड़क पर बैठे लोगों से बनवाने पर एचआईवी सहित अन्य रोग भी होने की संभावना है।
जानकारी के अनुसार जमालपुर निवासी कुलदीप के हाथ पर टैटू था जिसके चलते उसे नौकरी के लिए परेशनियों का सामना करना पडता था। उन्होंने बताया कि आर्मी या पुलिस में भर्ती की इच्छा रखने वाले युवाओं को ऐसे टैटू नही छपवाने चाहिए।
युवा कुलदीप सिंह ने बताया कि वर्ष 2008 में उसने अपने गांव में मेले के दौरान टैटू छपवाया था। जिसके लगभग 9 साल बाद जब उसने दिल्ली पुलिस में नौकरी के लिए अप्लाई किया तो वहां टैटू देखने के बाद उसे बाहर निकाल दिया। अब वह हरियाणा पुलिस में भर्ती होने के लिए टैटू को निकलवाने के लिए आया है। युवाओ से अपील करता है कि आगे से ऐसे टैटू न छपवाए ताकि उन्हे नौकरी से हाथ न धोना पड जाए।