सोहना, 20 जून(सतीश सचदेवा): सोहना जिला के सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में अब प्लास्टिक की पानी की बोतल पर पूरी तरह से बैन लगा दिया गया है। प्लास्टिक की चीजों का हो रहा प्रयोग और इससे होने वाले नुकसान को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी की तरफ से यह दिशा निर्देश सभी स्कूलों को भेज दिए गए हैं।
पर्यावरण को साफ और शुद्ध रखने के साथ-साथ सभी लोगों को इसके प्रति जागरुक भी किया जा रहा है वही जिला शिक्षा विभाग की तरफ से सरकारी स्कूलों के अध्यापकों को भी दिशा निर्देश दिए गए हैं कि वह प्लास्टिक की पानी की बोतल का प्रयोग ना करें और बच्चों को भी इसके लिए जागरूक करें। प्राइवेट स्कूलों को भी एक सर्कुलर जारी कर यह आदेश दिए हैं कि जिले में किसी तरह से कोई बच्चा और अध्यापक प्लास्टिक की बोतल पानी के रूप में प्रयोग ना
करें।
पर्यावरण वादियों का मानना है किससे प्रदूषण तो बढ़ता ही है साथ ही साथ शरीर के लिए काफी हानिकारक है और इन तमाम बातों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिया गया है। हालांकि इससे पहले जिला उपायुक्त भी अपने तमाम विभागों में भी यह आदेश जारी कर चुके हैं कि प्लास्टिक पर बैन लगे। इतना ही नहीं जिला प्रशासन की तरफ से शहर भर में प्लास्टिक की पॉलीथिन रखने वाले थोक विक्रेताओं के चालान भी काटे जा चुके हैं।
गौरतलब है ,प्लास्टिक के गिलास प्लेट चम्मच आदि को बनाने वाली कंपनियों को भी यह आदेश जारी किए गए हैं कि वह इन पर रोक लगाएं। हालांकि इससे पहले जिला उपायुक्त भी अपने तमाम विभागों में यह आदेश जारी कर चुके हैं कि प्लास्टिक पर बैन लगे। इतना ही नहीं जिला प्रशासन की तरफ से शहर भर में प्लास्टिक की पॉलीथिन रखने वाले थोक विक्रेताओं के चालान भी कट चुके हैं ताकि इन पर रोक लगे।
हालांकि लोगों को जागरूक करने के लिए लगातार विभाग की तरफ से यह प्रयास किया जा रहा है। ताकि प्लास्टिक के प्रयोग पर पूरी तरह से बैन लग जाए। फिलहाल लोगों को जागरुक करने की अब भी जरूरत है। जिससे इस पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जा सके। क्योंकि पर्यावरण के साथ-साथ प्लास्टिक शरीर के लिए भी काफी हानिकारक है जो धीरे-धीरे शरीर में जहर की भांति फैलता है। फिलहाल जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग की यह पहल काफी सराहनीय है लेकिन धरातल पर कितना रंग लाती है यह देखने वाली बात होगी।