16 जून(जितेंद्र मोंगा): वातावरण में फैली धूल के कारण जहां आम जनमानस का सांस लेना दूभर हो गया है, वहीं इसका असर अब फसलों पर भी पड़ने लगा है। फसलों पर मिट्टी जम रही है जिसके कारण उत्पादन प्रभावित हो रहा है। किसान अब भगवान से आस लगाकर बैठै है कि बारिश हो जाए और उन्हे धूल भरी आंधी से निजात मिले।
इस बारे में किसानों का कहना है कि अगर हालात यही रहे तो आने वाले दिनों में उन्हें काफी हानि उठानी पड़ेगी। किसानों ने बताया कि हरे चारे में मिट्टी के कण जमने के कारण पशु हरे चारे का सेवन नहीं कर रहे हैं और आने वाले दिनों में हरे चारे का लेकर संकट पैदा हो सकता है।
अगर हालात यही रहते है तो नंदीशाला ओर गौशालाओं में भी हरे चारे को लेकर संकट पैदा हो सकता है। वहीं अन्य फसलों की बात की जाए तो कपास की फसल व सब्जियों पर भी मिट्टी के कण जम रहे हैं जिसके कारण फसलों का उत्पादन नहीं हो पा रहा है। किसानों का कहना है कि किसान पहले ही घाटे में चल रहा है और अब ऊपर से वातावरण मे फैली धूल मिट्टी के कारण उसे आर्थिक हानि उठानी पड रही है। किसानों ने कहा कि अब उन्हें सिर्फ बारिश से ही आस बची है, क्योंकि बारिश के बाद ही वातावरण में जो धूल जमा है वह साफ हो सकती है।