चंडीगढ,9जून। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की कक्षा 11 एवं 12 की इतिहास की पुस्तकें अगले सत्र से बदली जायेंगी। इन पुस्तकों से सिख इतिहास हटाने को लेकर पैदा हुए विवाद के बाद राज्य सरकार द्वारा गठित छह सदस्यीय कमेटी ने यह सिफारिश की है।
कमेटी में इस बात पर सहमति थी कि इतिहास की पुस्तकों में तथ्यों को तोडा-मरोडा गया है। गलत भाषा का इस्तेमाल किया गया है। गलतियों को सुधारने के लिए शिक्षा सत्र 2019-20 से पूरा पाठ्यक्रम बदलने की जरूरत है।
हालांकि मौजूदा सत्र में पुस्तकें नहीं बदली जायेंगी और छात्रों से निजी प्रकाशकों द्वारा प्रकाशित पुरानी पुस्तकें पढने के लिए कहा जायेगा। कमेटी के अध्यक्ष प्रो किरपाल सिंह ने बताया कि कुछ अध्यायों में गंभीर विषमताएं देखने को मिलीं। अब कमेटी की बैठक पुस्तकों पर खास जानकारी के साथ 21जून को होगी। संभावित बदलावों पर विचार कर नई पुस्तकों में शामिल करने का फैसला किया जाएगा।