गुरुग्राम, 9 जून। इंजीनियर,आइएएस,आइपीएस,जैसे बड़े सपनों को संजोए एक छात्र ने 12 वीं में दाखिला लिया, लेकिन अय्याशी के कीड़े ने उस छात्र को अपराध की दलदल में धकेल दिया। गुरुग्राम पुलिस ने स्नैचिंग के मामले में आठ आऱोपियों को गिरफ्तार किया है जिनमे एक रोहित नाम का लड़का भी शामिल है (फौजी कलर का लोवर और चप्पल डाला हुआ) रोहित गुरुग्राम के अशोक विहार का रहने वाला है। 12 वीं की पढ़ाई कर रहे आरोपी रोहित पर अय्यासी का भूत इस कदर सवार हुआ कि.आरोपी ने मौजमस्ती के लिए कम पड़ रहे पैसों की पूर्ति के लिए अपने साथियों का एक गिरोह बनाया। दरअसल,आरोपी रोहित का एक हाथ टूटा हुआ है ऐसे में रोहित ने अपने गैंग का नाम टूंडा गैंग रखा। इस गिरोह के सदस्य बड़े ही शआतिराना अंदाज में वारदात को अंजाम देते थे।
पुलिस के मुताबिक गैंग के सदस्य पालम विहार, सिविल लाइन,सेक्टर पांच,राजेंद्रा पार्क जैसे इलाको में पहले रेकी करते और फिर अपने किसी साथी या रिश्तेदार की बाइक बाजार से सामान लाने के बहाने मांगते इतना ही नहीं आरोपी बाइक का नंबर प्लेट हटा देते थे और फिर मोबाइल स्नैचिंग की वारदात को अंजाम देकर बाइक का नंबर प्लेट लगा कर बाइक वाले को बाइक वापस कर देते थे। पुलिस ने आरोपियों से करीब 25 वारदातों का खुलासा किया है साथ ही दो दर्जन से ज्यादा मोबाइल फोन भी बरामद किया है। इतना ही नहीं मोबाइल स्नैचिंग की वारदात में शामिल 5 मोटरसाइकिल को भी पुलिस ने आइडेंटिफाइ किया है। फिलहाल पुलिस सभी आऱोपियों को रिमांड पर लेकर गहण पूछताछ कर रही है।
पुलिस गिरफ्त में आए सभी आऱोपी हरियाणा के है। आरोपी वारदात के बाद अपने घर पर ही रहते थे। हैरानी की बात तो ये है कि आरोपियों की करतूत की भनक उनके घरवालों को भी नहीं थी। आोरपी छीने हुए मोबाइल फोन अपना बता कर अपने साथियों को बेच देते थे और फिर उस पैसे से मौजमस्ती करते थे। आपको बता दें कि गुरुग्राम में आए दिन स्नैचिंग की तीन दर्जन से ज्यादा वारदातें होती है। ऐसे में पुलिस इस गैंग के खुलासे के बाद राहत की सांस ले रही है।