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विजीलैंस विभाग ने मंडी सुपरवाइजर को रिश्वत लेते किया काबू

सिरसा, 7 जून। सिरसा विजीलैंस की टीम ने मार्कीट कमेटी में कार्यरत मंडी सुपरवाइजर सुभाष को 10 हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए रंगें हाथों काबू किया है। विजीलैंस विभाग ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर कारवाही शुरू कर दी है।
सतपाल का कहना है कि सुभाष ने कहा कि उसका रिकॉर्ड मैंटेन नहीं है, ऐसे में उसको 1 लाख रूपए जुर्माना लगेगा। यह सुनकर सतपाल चौंक गया। इसके बाद सुभाष ने उसे 10 हजार रूपए देने को कहा और कहा कि वह सारा मामला निपटा देगा। इस मामले की सूचना सतपाल ने पुलिस अधीक्षक हामिद अख्तर को दी। जिस पर पुलिस अधीक्षक विजीलैंस के संज्ञान में यह मामला लाए। आज सुबह 11 बजे मार्कीट कमेटी के कार्यालय में पैसे देना तय हुआ।
विजीलैंस इंस्पैक्टर राजेंद्र गोदारा के नेतृत्व में एक टीम गठित कर रणनीति तैयार की गई। 2000-2000 रूपए के पांच नोट के नम्बर टीम ने नोट कर लिए और उन पर पाऊडर लगा दिया। विजीलैंस टीम के साथ ही गाड़ी में सतपाल सुबह मार्कीट कमेटी गया। टीम ने गाड़ी कार्यालय से पहले ही साइड में लगा ली और कोड के रूप में सतपाल को मिस कॉल करने को कहा। जैसे ही मार्कीट कमेटी कार्यालय में सतपाल ने सुभाष को 10 हजार दिए और टीम को मिस काल दी, विजीलैंस टीम मौके पर पहुंच गई। इसी दौरान ही सुभाष ने यह सारे पैसे मार्कीट कमेटी के सुरक्षा गार्ड प्रवीण को दे दिए। टीम ने मंडी सुपरवाइजर सुभाष व सुरक्षा गार्ड दोनों को काबू कर लिया।
इस मामले में विजिलेंस इंस्पेक्टर राजेंद्र कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि शिकायतकर्ता सतपाल ने उन्हें शिकायत दी थी,जिसके आधार पर कार्यवाही  करते हुए उन्होंने मार्किट कमेटी में मंडी सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत सुभाष और उसके एक साथी को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की आगामी कार्यवाही  की जा रही है।
गांव धिंगतानियां निवासी सतपाल ने बताया उसका गांव में धर्मकांटा है और तूड़ी खरीद-बेच का काम करता है। 5 जून को वो किसी काम से राजस्थान गया हुआ था और उस दिन मार्कीट कमेटी में कार्यरत सुभाष उनके धर्मकांटे पर आया। सुभाष ने सतपाल को मोबाइल के जरिए संपर्क किया और राजस्थान के उदयपुर में तूड़ी पहुंचाने की बात कही। सतपाल ने 800 रूपए क्विंटल रेट बताते हुए तूड़ी पहुंचाने को कहा। सतपाल के अनुसार इसके बाद सुभाष उसके धर्मकांटे से रसीद बुक और रजिस्टर उठाकर ले गए। अगले दिन 6 जून को उसने सुभाष को मोबाइल पर संपर्क किया और उन्होंने उसे मार्कीट कमेटी के कार्यालय में बुलाया।

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