चंडीगढ,21मई। गुरूग्राम में सार्वजनिक स्थलों पर नमाज पढे जाने के विरोध का मुद्दा अभी शांत नहीं हुआ है। इस मुद्दे पर आंदोलित साधु और महंतों ने सोमवार को चंडीगढ पहुंचकर गिरफ्तारी दी।
इस मुद्दे पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर कह चुके है कि धार्मिक आजादी है और नमाज उन सार्वजनिक स्थानों पर पढी जा सकती है जहां किसी का विरोध न हो। इसके अलावा गुरूग्राम प्रशासन ने भी नमाज पढने के लिए कुछ ऐसे स्थान तय करने का दावा किया है जहां कि किसी का विरोध न हो। लेकिन प्रशासन के इन दावों को हिन्दू संगठनों ने खारिज किया है। हिन्दू संगठनों ने कहा है कि प्रशासन ने उन्हें धोखे में रखकर ऐसे स्थानों पर भी नमाज अदा करने की अनुमति दी है जहां कि उनका विरोध कायम है। इसके बाद हिन्दू संगठनों ने विरोध करने और आत्मदाह करने तक की धमकी दी है।
इसी सिलसिले में साधु और महंतों ने सोमवार को प्रशासन की नीति के विरोध में प्रदर्शन कर गिरफ्तारी दी। गिरफ्तारी के दौरान महंतों ने कहा कि जहां तक देश में धार्मिक आजादी का सवाल है नमाज उन स्थानों पर अदा की जाना चाहिए जहां किसी को आपत्ति न हों। मस्जिद और ईदगाह तो तय ही हैं लेकिन अन्य सुविधाजनक स्थान देखे जा सकते है। लेकिन गुरूग्राम में लोग चालीस-चालीस किलोमीटर से आकर नमाज अदा कर रहे है और ऐसे स्थानों पर अदा कर रहे हैं जहां मुस्लिम आबादी ही नहीं है। नमाज अदा करने से ज्यादा तो शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर वे हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से भी मिलेंगे।