तरनतारन 17 मई : पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तरनतारन में आयोजित राज्य स्तरीय समागम के दौरान पंजाब को नशा मुक्त करने के लिए चलाए गए अभियान के अंतर्गत 61 ओट केंद्रों, नशा निगरान कमेटियों और नशा रोकू अधिकारियों को राज्य के लोगों को समर्पित किया मुख्यमंत्री ने समागम के दौरान ही राज्य में बडी कार्यक्रम की शुरुआत की अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब को सभी के सहयोग से नशा मुक्त किया जाएगा पंजाब में नशा छुड़ाने के लिए यहां 1 लाख 82000 लोग नशा छोड़ने की दवाई लेने के लिए ओपीडी में आते थे अब उनकी संख्या बढ़कर 4 लाख 12000 हो चुकी है पंजाब में पहले से 4 गुना अधिक लोग नशे की गिरफ्त में है जिन्हें पूर्ण रूप से नशा मुक्त करने के लिए यह पंजाब सरकार का सबसे बड़ा अभियान है उन्होंने कहा कि ड्रग एब्यूज प्रिवेंशन ऑफिसर (डैपो) को जो समाज में नशा को रोकने की ट्रेनिंग दी गई है उस के माध्यम से पंजाब के हर गांव हर घर में संपर्क कर लोगों को नशे के दुष्प्रभाव से अवगत करवाकर पंजाब को नशा मुक्त किया जाएगा।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने संबोधन के दौरान सीमावर्ती जिला तरनतारन के विकास के लिए 555 करोड़ की सहायता राशि देने की घोषणा की उन्होंने कहा कि इस राशि से जिला तरनतारन में विभिन्न विकास के कार्य करवाए जाएंगे जिसमें से खासकर पट्टी और खेमकरण के क्षेत्र में सड़कों की हालत में सुधार किया जाएगा पंजाब सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र को और मजबूत करने के लिए बेहतर प्रयास करेगी।
समागम के दौरान ही मंच को संबोधित करते हुए तरनतारन के विधायक डॉ धर्मवीर अग्निहोत्री ने पंजाब के मुख्यमंत्री से जिले में पासपोर्ट केंद्र खोलने चीनी मिल को फिर से शुरू करने सहित कई मांगे रखी थी लेकिन मुख्यमंत्री ने खजाने में रुपए ना होने का कहकर इन मांगों को टाल दिया समागम में पंजाब के शिक्षा मंत्री ओम प्रकाश सोनी स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म महिंद्रा लोकसभा सदस्य गुरजीत सिंह औजला विधायक हरमिंदर सिंह गिल पूर्व मंत्री गुरप्रीत सिंह भुल्लर इत्यादि उपस्थित थे।