अपनी कुछ मांगों को लेकर प्रदेश भर के सफाई कर्मचारी 3 दिन की हड़ताल पर हैं। इन कर्मियों की मांग है कि ठेका प्रथा को खत्म किया जाए और कच्चे कर्मियों को नियमित किया जाए। साथ ही इस कर्मचारियों को समान काम, समान वेतनमान मिले। इससे पहले कर्मचारी 2 व 3 मई को भूख हड़ताल कर चुके हैं और एक दिन पहले ही इन कर्मचारियों ने मशाल जुलूस निकालकर रोष जताया था।
हरियाणा में 10 नगर निगम, 16 नगर परिषद व 61 नगर पालिका हैं। नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के बैनर तले ही करीब 30 हजार कर्मचारी हड़ताल पर हैं। रोहतक में भी कर्मचारियों ने रोष जताया और वे काम छोड़कर नगर निगम कार्यालय परिसर में धरने पर बैठ गए। इन कर्मचारियों ने नारेबाजी कर सरकार के प्रति रोष जताया। कर्मचारियों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। उनका कहना है कि अगर तीन दिन के अंदर मांग नहीं मानी गई तो यह हड़ताल अनिश्चितकालीन हो सकती है।