हरियाणा के करनाल शहर में सोमवार को समूचे देश के लिए गोबरधन योजना शुरू की गई। इस योजना के तहत देश के प्रत्येक जिले के एक गांव में गोबर से बायो गैस का उत्पादन किया जाएगा।
योजना की शुरूआत करनाल के नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट के सभागार में केन्द्रीय पेयजल व स्वच्छता अभियान मंत्री उमा भारती व हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने की। केन्द्रीय पेयजल व स्वच्छता अभियान राज्यमंत्री एसएस अहलूवालिया भी इस मौके पर मौजूद थे। इस योजना के तहत करनाल के कुजपुरा गांव का चयन किया गया है।
केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री उमा भारती ने कहा कि प्लास्टिक और पोलिथिन वेस्ट का समाधान भी निकाला गया है और अब इस प्रकार के वेस्ट को सडक़ों के नीचे दबाया जा सकता है। आज यहां करनाल से सम्पूर्ण भारत में एक साथ शुरू की गई गोबरधन योजना के शुभारम्भ अवसर के उपरांत पत्रकारों से बातचीत कर रही थी। उन्होंने कहा कि गोबरधन योजना से एक नया प्रयोग होगा,जिसके तहत गैस के चूल्हे जलाए जाएंगे, खाद बनाई जाएगी और यह खाद बाग-बगीचों में काम आएगी। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान में हरियाणा अव्वल रहा है,उसी प्रकार से गोबरधन योजना में भी हरियाणा अव्वल होगा।
हरियाणा में लगभग 450 गौशाला और नंदीशालाएं है,जिनमें लगभग 3 लाख 41 हजार पशुधन है और इस पशुधन के गोबर का उपयोग किया जाएगा। राज्य सरकार पशुधन के गोबर से गोबर गैस प्लांट लगाने की व्यवस्था कर रही है। राज्य में जो भी ग्राम पंचायत गोबर गैस का प्लांट अपने गांव में लगाना चाहती है, सरकार उस ग्राम पंचायत का पूरा सहयोग करेगी।