रोहतक : स्वास्थ्य विभाग की ओर से खसरा-रूबैला से बचाव के लिए बुधवार को रोहतक में अभियान की शुरूआत हुई। एडीसी अजय कुमार ने अभियान का शुभारंभ किया। इस अभियान के तहत 9 माह से 15 वर्ष तक के सभी बच्चों का टीकाकरण होगा। यह अभियान लगातार मई माह के अन्तिम सप्ताह तक चलेगा और इसमें व्यापक स्तर पर बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में अलग-अलग टीमें लगातार टीकाकरण करेंगी तथा अत्यंत संवेदनशील क्षेत्रों में मोबाइल टीम टीकाकरण अभियान में शामिल होंगी।
रोहतक के स्कोरल रोजरी स्कूल में शुरू हुए इस अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों की टीम मौजूद रही। चिकित्सकों ने खसरा-रूबैला को लेकर छात्रों को जागरूक किया। खसरा एक जानलेवा बीमारी है। यह वायरस से फैलती है तथा बच्चों में खसरे के कारण विकलांगता भी हो सकती है। इसी प्रकार रूबैला भी एक संक्रामक रोग है। गृभवती महिला के होने पर यह नवजात शिशु के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। 36 प्रतिशत बच्चों की मृत्यु खसरा से होती है, इसी प्रकार रूबैला भी बच्चों के लिए खतरनाक हो जाता है और उन्हें जीवनभर अपंग बना देता है। इसीलिए सरकार ने इन दोनों बीमारियों से बचाओं के लिए टीकाकरण अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इस टीकाकरण से बच्चों पर किसी तरह का कुप्रभाव नहीं पड़ता और जीवन सुरक्षित होता है।