कुरुक्षेत्र, 21 अप्रैल: भारतीय किसान यूनियन के आवाहन पर अब देशभर के किसान 1 जून से 10 जून तक छुट्टी पर रहेंगे और किसानों की इन छुटियो का देश भर में क्या असर रहेगा किसको क्या खामियाजा भुगतना पड़ेगा इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।
पहली बार किसान छुट्टी पर जाएंगे और किसानों की यह छुट्टीया हर किसी के लिए परेशानी का सबब बनेगी क्योंकि किसान छुट्टी के दौरान न तो कोई भी फल सब्जी दूध अनाज शहर में बेचने के लिए लाएंगे और ना ही छुट्टी के दौरान बाजारों से कोई खरीदारी करेंगे।
लिहाजा भारतीय किसान यूनियन का यह फंडा अपने आंदोलन को नए ढंग से चलाने का है भारतीय किसान यूनियन के साथ इस आंदोलन में देशभर के दर्जनों संगठन भी शामिल है। किसान महासंघ के बैनर तले 1 जून से 10 जून तक छुट्टी का ऐलान कर दिया गया है और 6 जून को मध्य प्रदेश मंदसौर में मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा और 10 जून को भारत बंद का ऐलान किया गया है। भारतीय किसान यूनियन स्वामीनाथन आयोग की मांगों को मनवाने के लिए लंबे समय से संघर्ष कर रही है। किसानों की छुट्टी उनके इसी आंदोलन की एक नई कड़ी है अब देखना होगा कि किसानों की छुट्टी सरकार की नींद तोड़ती है या नहीं।