इनेलो और बहुजन समाज पार्टी का सियासी गठबंधन एकबार फिर चर्चाओं में है। चंडीगढ़ में इस महागठबंधन का ऐलान होते ही अन्य दलों ने इस पर प्रतिक्रिया देकर सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया है। अम्बाला पहुंची राज्यसभा सांसद कुमारी शैलजा ने इनेलों बसपा गठबंधन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इनका दलित प्रेम कभी था ही नहीं। शैलजा ने इस गठबंधन को राजनीतिक गठबंधन करार दिया। तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा नेता अनिल विज ने इनेलों बसपा गठबंधन पर चुटकी लेते हुए इसे शून्य करार देते हुए कहा कि इससे पहले भी ये गठबंधन हुआ था जिसके बाद ये हरियाणा भर से साफ़ हो गए थे।
वहीं दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश द्वारा चंडीगढ़ पर जताए अपने अधिकार पर भाजपा और कांग्रेस नेता दोनों ने ही अपनी अपनी प्रतिक्रियाएं दी।
हरियाणा- पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ पर अब हिमाचल प्रदेश ने भी अपना अधिकार जता दिया है जिसके बाद नई बहस शुरू हो गयी है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्यसभा सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि ये भाजपा का नया जुमला है। हिमाचल की सरकार ने ये नया जुमला छोड़ा है। शिमला हिमाचल की राजधानी है। वहां उनका अपना हाइकोर्ट है। भाजपा बिना बात के विवाद छेड़कर लोगों को भिड़वाना चाहती है। ये लोगों की आदत है। ये शरारत पूर्ण राजनीति के माहिर हैं। इस सवाल पर हरियाणा के कैबिनेट मंत्री ने भी प्रतिक्रिया दी। अनिल विज ने कहा कि कुछ भी है चंडीगढ़ का फ़ैसला एसवाईएल के पानी से जुड़ा हुआ है। ज्यादा लंबे समय तक इन चीजों को खींचना राजनीति के लिए अच्छी बात नहीं है। चंडीगढ़ का भी फैसला होना चाहिए, एसवाईएल का भी फैसला होना चाहिए। दोनों फैसले साथ साथ हो जाने चाहिए। विज ने कहा कि पंजाब से अलग होने के बाद हिमाचल की तो अलग राजधानी बन चुकी है।