हरियाणा सरकार की नई परिवहन नीति के विरोध में रोडवेज कर्मचारी एक बार फिर एकजुट हुए। इसी के चलते प्रदेशभर में सभी रोडवेज कर्मी अपनी मांगों को लेकर 12 अप्रैल यानि कल को हल्का बोल कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। जिसके तहत प्रदेश के सभी डिपो पर रोडवेज कर्मचारी 24 घंटे तक धरना प्रदर्शन कर अपनी मांगों के लिए आवाज उठाएंगे। धरने के माध्यम से रोडवेज कर्मी नए प्राइवेट रूट परमिट का विरोध करेंगे और परिवहन नीति को रद्द करने की मांग करेंगे।
रोडवेज कर्मी इसके बाद 3 जून को पानीपत के मतलौडा में परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार के आॅफिस का घेराव करेंगे। रोडवेज कर्मचारी नेता वीरेंद्र सिंह धनखड़ ने कहा कि यह जनहित का विभाग है, लेकिन प्रदेश सरकार निजीकरण करने पर तुली है। सरकार को मांगों के बारे में कई बार अवगत कराया जा चुका है, लेकिन अब तक मांगें नहीं मानी गई हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को निजीकरण की बजाय रोडवेज के बेड़े में खुद की गाड़ियां खरीदकर पक्की भर्ती करनी चाहिए।