गेहूं खरीद के सरकारी दावे फेल होते नजर आ रहे हैं। गेहूं का सीजन शुरू होने को है कुछ ही दिनों में गेहूं मंडियों में आने लगेगी लेकिन कुरुक्षेत्र की सबसे बड़ी मंडी की हालत फ़िलहाल खस्ता है जिससे व्यापारी और किसान को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
सबसे बड़ी परेशानी मंडी में आने वाले मुख्य मार्ग को लेकर हैं पिछले काफी लंबे समय से मंडी को आने वाले रास्ते टूटे पड़े हैं वहां चल रहा निर्माण कार्य अभी तक पूरा ना होने की वजह से मंडी में किसान गेहूं लेकर नहीं पहुंच सकते। यही नही टूटी सड़कों की वजह से व्यापारी भी अनाज मंडी से गेहूं को बाहर डिलीवर नहीं कर पाएंगे। किसानों और व्यपारियों को यह चिंता सताए जा रही है की आखिर गेहूं मंडी में पहुंचेगी कैसे।
उधर व्यापारी बिना बारदाने के बैठे है , क्योंकि असूलन गेहूं खरीद से पहले बारदाना मंडी में पहुँच जाना चाहिए ,लेकिन इस बार अभी तक बारदाना न पहुचना सरकारी दावों की पोल खोलता दिखाई दे रहा है। व्यापारियों का कहना है कि ऐसा पहली बार हुआ कि गेहूं की खरीद तारीख शुरू हो गई लेकिन अभी तक मंडी में बारदाना नहीं पहुंचा।
यही नही व्यापारियों का कहना है कि मंडी में जो बुनियादी सुविधाएं गेहूं खरीद से पूर्व होनी चहिये वह तो दूर की बात है। मंडी में व्यापारी और किसान अधिकारीयों की लापरवाही से भी खफा है। व्यपारियों की इन परेशानियों के साथ साथ किसान भी त्रस्त है किसान तिन चार दिन से मंडी में गेहूं लेकर बैठे है, लेकिन कोई खरीद नही। किसान हैरान है कि सरकारी दावे कुछ कहते है लेकिन मंडी की जमीनी हकीकत कुछ और है।