एससी एसटी एक्ट के तहत दर्ज़ मामले में तत्काल गिरफ़्तारी पर रोक लगाने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में भारत बंद के आवाहन पर आज देश भर में दलित समाज के लोगों द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है। इसका असर रेवाड़ी में भी देखने को मिला रहा है। रेवाड़ी में विभिन्न सामाजिक दलित संगठनों ने उग्र प्रदर्शन करते हुए सैंकड़ो की तादात में इकट्ठे होकर शहर भर में जुलुस एवं रोष मार्च निकाला। हलाकि दलित संगठनों के आह्वान पर 02 अप्रैल को भारत बंद का एलान किया गया था लेकिन भारत बंद का कोई ख़ासा असर यहाँ देखने को नहीं मिला। प्रदर्शन के दौरान दलित समाज के लोगों ने जय भीम-जय भीम के नारों के बीच शहर भर में सड़कों से होते हुए प्रदर्शन किया और बलपूर्वक बाजार बंद करवाया।
प्रदर्शन कर रहे दलित समाज के लोगों में अधिकांश युवा शामिल रहे जो हाथों में डंडा लेकर दुकानों को बलपूर्वक बंद करवा रहे थे। कई जगह से ऐसी खबरे आयी जहाँ बाजारों में प्रदर्शन कर रहे युवाओं की गुंडागर्दी देखने को मिली। इतना ही नहीं प्रदर्शनकारियों ने दुकान ना बंद करने वाले दुकनदारों से मारपीट भी की और उनका सामान उठा कर बहार फेंका दिया। हालाँकि स्थिति को काबू करने के लिए भारी पुलिस बल जगह जगह तैनात किया गया ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके, लेकिन प्रदर्शनकारियों के सामने कही न कही पुलिस भी बेबस नज़र आयी।
हालाँकि एक्ट में बदलाव को लेकर केंद्र सरकार की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में रिव्यु याचिका दायर की जा सकती है। उल्लेखनीय है की 20 मार्च को जारी एक आदेश में एससी एसटी एक्ट के दुरूपयोग पर चिंता जताते हुए इसके तहत तत्काल गिरफ़्तारी या आपराधिक मामला दर्ज करने पर रोक लगा दी गई थी।