जालंधरः सिख नौजवान रणजीत सिंह पर नसली हमले के बाद ब्रिटिश संसद की तरफ से 27 मार्च को ‘टर्बन डे ’ के रूप में मनाया गया। कुछ दिन पहले यू.के की संसद के बाहर सिख नौजवान पर नसली हमला हुआ था। जिसके बाद स्पीकर ने माफी मांगी और जागरूकता लाने के लिए संसद में टर्बन डे मनाने का ऐलान किया जिस के बाद संसद में सभी सांसद पगड़ी बांध कर आए।
दरअसल राजनीतिज्ञों को मिलने के लिए रवनीत सिंह संसद भवन में दाखिल होने की कोशिश दौरान एक ब्रिटिश नागरिक ने उसकी पगड़ी उतारने की कोशिश की, इस घटना ने सिख भाईचारे में असंतोष का माहौल बना दिया। लंदन में सकाटिश गार्ड के एक अधिकारी ने बताया है कि घटना के बाद हमलावर की खोज शुरू हो गई और तीन दिन बाद सीसीटीवी फुटेज जारी की गई है। जिसमें एक ब्रिटिश नागरिक रवनीत के पास पहुंचा और पगड़ी को हाथ डालने से पहले उसने ऊंची आवाज में मुस्लिम बैक जाओ का नारा लगाया। इस घटना के बाद ब्रिटिश संसद ने “पगड़ी दिवस मनाने का फैसला किया जिससे ब्रिटिश सिखों बारे जान सकें। इस समारोह दौरान सभी संसद सदस्यों ने पगड़ी पहनी हुई थी।