प्रदेश कांग्रेस की सीएलपी लीडर किरण चौघरी ने किसानों की सरसों की खरीद को लेकर पत्रकारवार्ता के दौरान सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हरियाणा सरकार एग्रो सम्मिट के नाम पर सरकारी खजाने को लूट रही है वहीं प्रदेश के लाखों किसान सरसों के न्यनतम समर्थन मूल्य से वंचित हैं और अपनी खून पसीने से उगाई सरसों को लेकर ईधर-उधर भटक रहे हैं।
किरण चौधरी ने कहा कि सरकार ने एमएसपी लागू कर दी बावजूद इसके आज तक सरसों की खरीद शुरु नही हो पाई। पूरे हरियाणा का किसान परेशान है। 4 हजार रुपए एमएसपी लागू होने के बावजूद भी किसानों को अपनी फसल कम दामों पर बेचनी पड़ रही है। सरकार किसानों की सुध लेने के बजाए एग्रो.सम्मिट के नाम पर बड़ी बड़ी बातें कर रही है। किरण चौधरी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आढ़ती व किसानों का बुरा हाल हो चुका है। किसानों की फसलों को ऑन लाईन खरीदने की बात करनी वाली सरकार से आज तक रिकार्ड ऑन लाईन नही हो पाया जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। एमएसपी लागू होने पर सरकारी रेट पर आढ़तियों को उस रेट पर लेना होता था लेकिन सरकार की बेरूखी के कारण किसान परेशान है।
स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने की बात सरकार करती है लेकिन किसानों को ना तो फसलो को उचित मूल्य मिल रहा है ना ही किसानो को खाद बीज सही समय पर मिलती है। जिसकी वजह से किसान परेशान है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानो को गला दबाना चहाती है। किसानों को कभी फसल में नमी की बात कह कर तो कभी आधार कार्ड के नाम पर प्रदेश सरकार शोषण कर रही है। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर उन्होंने भिवानी के डीसी से भी बात की है उन्होंने बताया था कि उन्होंने सरकार केा लिखित में भी भेजा हुआ है।