पंचकूला,25मार्च । पंचकूला के ताऊ देवीलाल स्टेडियम में 18वीं पैराएथलीट चैंपियनशिप की शुरुआत हो गई है। चैंपियनशिप में देश के कई राज्यों के खिलाडी हिस्सा लेने के लिए पंचकूला पहुंचे। इसकी शुरुआत हरियाणा के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने की।
हालाकिं गेम्स से पहले ही इस चैम्पयनशिप को लेकर विवाद शुरू हो गया है। पंचकूला में कई हजार किलोमीटर का सफर करने के बाद पहुंचे विकलांग खिलाड़ियों को जब ताऊदेवीलाल स्टेडियम में अव्यवस्था का समाना करना पड़ा तो शिकायत अधिकारियों तक नहीं बल्कि सीधे प्रधान मंत्री को ट्वीट कर दी गई । इंटरनेशनल खिलाडी सुवर्णा राज ने खुद प्रधानमंत्री को शिकायत दी । सुवर्णा राज के अनुसार उनके लिए बाथरूम में व्हीलचेयर तक ले जाने की व्यवस्था नहीं है ऐसे में उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है । सुवर्णा राज खुद सड़क पर आ गई तो अधिकारियों ने आननफानन में उनके लिए किसान भवन में रहने की व्यवस्था करवा दी गई । सुवर्णा राज ने कहा कि उनके जैसे हजारों खिलाडी और हैं,उनके लिए भी अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए थी मगर ऐसा नहीं किया जा रहा।
वहीँ जब पत्रकारों ने मुख्यमंत्री से सुवर्णा राज के ट्वीट द्वारा की गयी शिकायत पर सवाल किया तो सीएम मनोहर लाल ने कहा कि उन्हें अभी तक शिकायत नहीं मिली है। अगर जानकारी मिलेगी तो ठीक करेंगे ।
सीएम इसके दूसरी तरफ अपनी खेल निति की सरहाना करते नजर आये । उन्होंने कहा कि हमने जर्नल खिलाडी हो या पैरा एथलीट हो उनके लिए खेलो के लिए नीति बनी है, उसमें पर्याप्त सुविधाएं दी हैं उन सुविधाओं के चलते देश में हरियाणा का नाम भी हुआ दुनिया में नाम भी हुआ है। खेल नीति के चलते ही पैरा एथलीट गेम्स में 4 मेडल मिले हैं।
वहीं केंद्रीय राजयमंत्री और पैराओलंपिक कमेटी ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष राव इंदरजीत सिंह ने कहा कि हम पर्यप्त सुविधाएं देने के लिए बचनबद्ध हैं। अगर शिकायत सही पाई जाती है तो उसको दुरुस्त किया जायेगा ।