ईराक के मोसुल में किडनैप करके मौत के घाट उतार दिए गए 39 भारतीयों की मौत की खबर पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा मुहर लगाए जाने के बाद मृतकों के परिवारों में जहां कोहराम मच गया है वहीं इस मुद्दे पर सियासी हवाएं भी तेज हो गयी हैं। अंबाला में कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता द्वारा 39 भारतीयों की मौत पर दुःख जताते हुए श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर वेणु अग्रवाल ने कहा कि यह खबर उन परिवारों तक मिडिया के जरिये पहुंची जबकि वे परिवार सुषमा स्वराज के सीधे संपर्क में थे उन्हें झूठे दिलासे दिए गये।
विपक्ष जहां सरकार पर इस मुद्दे को ठीक से हैंडल न करने के आरोप लगा रहा है वहीं सरकार इसे तथ्यों पर आधारित पुष्टि बता रही है। इस मुद्दे पर हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने विपक्ष को घेरते हुए इस मामले में संवेदन शीलता बरतने की सलाह दी है। विज ने कहा कि 39 भारतीयों की मौत की खबर से हर कोई आहत है। ये बहुत दुखदायी घटना है। जिस पीड़ा से इनके रिशेतेदारों को गुजरना पड़ा वह बहुत पीड़ादायक रहा है। इस बात की पक्की पुष्टि होने के बाद सरकार ने उनकी मौत की खबर को डिक्लेयर किया है। विज ने कहा कि अब देश मे वो विपक्ष नहीं रहा जिसमें मानवता के कुछ अंश हों। इस मुद्दे पर सबको सहानुभूति प्रकट करनी चाहिए न कि राजनीति करनी चाहिए।