इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रवि वानखेड़कर सिरसा पहुंच कर आई.एम.ए भवन में डॉक्टरों से रूबरू हुए। बैठक में उन्होंने केंद्र सरकार के नेशनल मेडिकल कमीशन बिल पर अपना विरोध जाहिर किया और आगामी 25 मार्च को दिल्ली में होने वाली महा पंचायत में काफी संख्या में पहुंचने का आग्रह भी किया।
बैठक से पूर्व आईएमए हाऊस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रवि वानखेड़कर ने कहा कि चिकित्सा पेशे को इस समय सबसे कठिन चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है और सभी के लिए आत्म-चिंतन का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एन.एम.सी बिल लागू करना चाहती है, जो कि चिकित्सक व आमजन के लिए काला कानून है और आईएमए इसका विरोध जताती है। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों को शामिल न करना और एमबीबीएस के बाद एक और नकली एग्जिट परीक्षा का होना, बैक डोर एंट्री द्वारा ब्रिज कोर्स को बढ़ावा देना, क्रोसपथी को बढ़ावा देना ही इस बिल का मूल मकसद है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा पेशे की स्वतंत्रता के लिए यह बिल खतरा पैदा करेगा।