चंडीगढ,14मार्च। निंयंत्रक और महालेखापरीक्षक कैग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हरियाणा में वर्ष 2016-17 में बिक्री कर, एक्साइज,स्टेम्प डयूटी और वस्तु एंव सेवा कर की 318 यूनिट के 37331 मामलों में 1701.01 करोड़ रुपए के राजस्व का कम आंकलन किया गया।
राजस्व विभाग ने 2721 मामलों में 666.76 करोड़ रुपए के कम आंकलन को स्वीकार भी किया है। रिपोर्ट में कहा गया है किफर्जी घोषणा और दस्तावेजों के आधार पर करों में छूट दी गईजिससे 518.66 करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ। आबकारी एंव कराधान विभाग द्वारा शराब के ठेकेदारों से लाइसेंस फीस ना वसूलने से 5.08 करोड़ रुपए के नुकसान की बात भी कही गई।जमीन सौदों की रजिस्ट्रेशन फीस और स्टाप डयूटी में अनियमितत्ताओं के चलते 66.69 करोड़ के नुकसान का खुलासा भी कैग ने किया है।