”वार हीरोज मैमोरियल स्टेडियम” अंबाला छावनी के नवीनीकरण की कार्रवाई को विभाग की ओर से शुरू कर दिया गया है, स्टेडियम के मैदान को जहां एक ओर जेसीबी मशीनों से लगातार समतल किया जा रहा है, वहीं इस मैदान की नवीनीकरण की कार्रवाई शुरू होने के साथ साथ विशेषतौर पर एथलैटिकस, फुटबाल खिलाडिय़ों की परेशानियां भी बढ़ गई हैं। स्टेडियम में बने ग्राउंड की तोडफ़ोड़ से फिलहाल फुटबाल तथा एथलैटिक गेम बुरी तरह से प्रभावित हो रही है।
48.57 करोड़ से 21 माह में बनने वाला यह वार हीरोज मेमोरियल स्टेडियम अब पहले से ज्यादा सुविधाओं से लेंस होगा। जिसमे फ़ुटबाल खिलाडियों को अब अंतरार्ष्ट्रीय स्तर की सुविधाय मिलेगी। 23 मार्च को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खटर ने अंबाला के इस अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम की आधारशिला रखते हुए नींवपत्थर का उदघाटन किया था। आधुनिक तकनीकों से सुसज्जित यह अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम हरियाणा के ही नहीं बल्कि विश्व के मानचित्र पर अपनी एक अलग पहचान बनाने जा रहा है। अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम टेंडर कंपनी व खेल अधिकारियों की मानें तो इसे तैयार होने में करीबन 24 माह का समय लगना है। नोएडा की एक प्राइवेट कंसलटेंट कंपनी आरकोम के द्वारा सब कुछ कंसल्ट करने के बाद स्टेडियम में तोडफ़ोड़ की कार्रवाई शुरू हो गई थी । ठेकेदार का कहना है कि इसे बनते हुए एक साल हो गया है और अगले साल यह स्टेडियम बनकर खिलाडियों के लिए तैयार हो जायेगा।