टोहाना : प्रदेश सरकार के अगले बजट को लेकर विभिन्न वर्गो की मिली जुली प्रतिक्रिया आ रही है। इस बजट को लेकर शिक्षा जगत, व्यापारी वर्ग, कमेरा वर्ग सभी काफी उम्मीद लगाए हुए है। कुछ को लगता है कि सरकार उनके हित का बजट लेकर आएगी,तो कुछ उम्मीद लगाए बैठे हैं, की प्रदेश का वित बजट उनके लिए खुशहाली की किरण लेकर आएगा।
इस बारे में जब कुछ लोगों की राय जाननी चाही तो उनमे व्यापार से जुडे रमेश गोयल ने कहा कि आज प्रदेश मे मुलभुत यातायात के साधनों में इंधन यानी प्रट्रोल व डीजल के दाम कम किए जाने चाहिए, जिससे प्रत्येक वर्ग को फायदा पहुंचे और यातायात के साधन सस्ता होने से सभी तरह की मंहगाई पर रोक लगे। वहीं आधुनिक तकनीकी शिक्षा से जुडे जगदीश ने कहा कि प्रदेश को तकनीकी शिक्षा मे इजाफा करने की जरूरत है, पिछले लगभग लंबे समय से शिक्षा में बजट को कम किया जा रहा है। समय की जरूरत है प्रदेश मे तकनीकी विश्वविद्यालयों को खोला जाना चाहिए, जिससे तकनीक के साथ युवा कदमताल कर सके। तो वहीं दूसरी तरफ शिक्षा के मुलअधिकार से जुडा मुददा यानी 134 को लेकर भी निजी स्कूल संचालक प्रदेश सरकार से उम्मीद लगाए बैठे है कि पिछले दो सालों से 134 धारा के तहत रूका हुआ पैसा उन्हें मिलेगा,जिससे उन्हें राहत की सांस मिले व बिना किसी व्यवधान के आर्थिक रूप से पिछडे बच्चों की पढाई जारी रख सके, जिससे डेढ लाख बच्चे अच्छे स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर सके। यह बजट 25-30 करोड़ के लगभग होगा। दूसरी तरफ कृषि सहकारी समीति के नुमायदें भी बजट किसानों, मजदूरों के हित में होने की मांग कर रहे है।