यमुनानगर(सुमित ओबेरॉय):मंधबुद्धि महिला से सिविल अस्पताल में पुलिस कर्मचारी द्वारा रेप मामले को लेकर तीसरी बार महिला आयोग की सदस्य नम्रता गौड़ यमुनानगर पहुंची। नम्रता गौड़ ने कहा कि पहले स्टाफ नर्स और फिर पुलिस ने इस केस में लापरवाही की जिसके कारण अभी तक मामला लटका हुआ है। इस मामले में लापरवाही बरतने वालों पर कार्यवाही के लिए वे एसपी से मिलेंगी,उसके बाद भी अगर बात न बनी तो स्वयं लेंगी संज्ञान। उन्होंने कहा कि आयोग इस मामले में किसी को भी बख्शने वाला नहीं है।
नर्मता गौड़ ने सिविल सर्जन डॉक्टर कुलदीप सिंह, एमएस डॉक्टर विजय दहिया, स्टाफ नर्स रिचा, स्टाफ नर्स अंजना, सिपाही सोहन, होमगार्ड गुरदेव, रेनु शर्मा व चौकी इंचार्ज हरिराम से बात कर बयान लिए। शक के घेरे में आए पुलिस कर्मी उन्होंने सब से आखिर में बात की। उन्होंने बताया कि चश्मदीद फरीदा पर सबसे पहले परिवार का दवाब था। उसने बयान दर्ज करवाने के लिए कुछ समय मांगा था। 29 जनवरी 2018 को उसने बयान दर्ज करवाए। उसके मुताबिक आरोपी ने पहले रेप किया और बाद में खाना खिलाया। उसने स्टाफ नर्स रिचा को बताया बावजूद इसके नर्स ने ना खुद कॉल किया और ना ही इस मामले को अपने सीनियर्स को बताया।