डेरा बाबा नानक (बटाला) : शराब ठेकेदार के कारिंदों ने दूसरे जिले के शराब ठेकेदार सुबेग सिंह व उसके साथी संजीव की स्कूटी को दो बार टक्कर मारकर दोनों की हत्या करने के पीछे कारोबारी रंजिश की कहानी है। सुबेग सिंह के मामा ने बताया कि मंगलवार सुबह उन्होंने ठेकेदार निर्मल सिंह को फोन पर अपने कारिंदों से बात करते हुए उन्हें जोर-जोर से उकसाते हुए सुना। उन्होंने बताया कि ठेकेदार सुबेग सिंह को रमदास में शिव लाल डोडा के शराब ठेकों को छोड़कर वापस डेरा बाबा नानक में आकर उनके साथ काम करने के लिए कहते थे। इसके साथ उन्होंने कहा कि ठेकेदार निर्मल सिंह की शह पर ही उसके कारिंदों ने सुबेग सिंह और संजीव की हत्या करवाई है।
सुबेग सिंह के भाई बघेल सिंह व उसके भांजे ने बताया कि सुबेग सिंह की पहले यहां के ठेकेदार से हिस्सेदारी थी, लेकिन बाद में वह अमृतसर की तहसील अजनाला के रमदास में हिस्सेदारी में ठेकेदार कर रहा था। सुबेग अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को बीच-बीच में रियायत पर शराब लेकर दे देता था। इस बात को लेकर डेरा बाबा नानक के मौजूदा ठेकेदार निर्मल सिंह की अकसर उससे अनबन रहती थी। मंगलवार सुबह भी सुबेग सिंह की ठेकेदार निर्मल सिंह से झड़प हुई थी जिसके बाद ठेकेदार के कारिंदों ने इस घटना को अंजाम दिया। उन्होंने बताया कि निर्मल सिंह सुबेग सिंह पर दबाव बनाता था कि वह रमदास का काम छोड़कर वापस आ जाए, लेकिन वह नहीं आया। इसलिए भी निर्मल सिंह रंजिश रखता था।
दोनों युवकों को टक्कर मारने के बाद कारिंदे बटाला रोड पर अपने दफ्तर पहुंचे और दोनों गाड़ियां बाहर लगाकर दफ्तर में जाकर अंदर से ताले लगा दिए। गुस्साए लोग सड़कों पर उतर आए। साथ ही मारे गए कांग्रेस से संबंधित दूसरे युवक संजीव कुमार के साथी भी वहां पहुंचे। लोगों ने ठेकेदार के दफ्तर के बाहर खड़ी गाड़ियों को आग लगा दी। उसके बाद पुराना बस स्टैंड के नजदीक शराब के ठेके को पेट्रोल डालकर आग लगा दी गई और शराब की बोतलें भी तोड़ डालीं। उसके बाद बटाला चुंगी और नया बस स्टैंड पर स्थित ठेकों में भी तोड़फोड़ करके उनमें आग लगा दी। इसी बीच, ठेकेदार का एक करिंदा लोगों के हत्थे चढ़ गया, जिसे उन्होंने सड़क पर लिटाकर लोहे की रॉड आदि से खूब पीटा, जिसे पुलिस ने छुड़वाया।