नई दिल्ली, 25 अप्रैल 2025 — भारत के अंतरिक्ष विज्ञान जगत को आज एक गहरा झटका लगा है। ISRO के पूर्व चेयरमैन और प्रतिष्ठित वैज्ञानिक डॉ. कृष्णास्वामी कस्तूरीरंगन का आज सुबह बेंगलुरु में निधन हो गया। 84 वर्षीय कस्तूरीरंगन ने अपने निवास पर अंतिम सांस ली।
डॉ. कस्तूरीरंगन भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के विकास में एक मजबूत स्तंभ रहे। वे सबसे लंबे समय तक इसरो प्रमुख रहे और उनके नेतृत्व में कई सफल उपग्रह प्रक्षेपण हुए, जिनकी वैश्विक स्तर पर सराहना हुई।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें याद करते हुए लिखा, “डॉ. कस्तूरीरंगन का ज्ञान और समर्पण राष्ट्र के लिए अमूल्य था। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के निर्माण में भी अहम भूमिका निभाई।”
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “वह विज्ञान, शिक्षा और नवाचार के क्षेत्र में एक महान व्यक्तित्व थे। देश उनके योगदान को कभी नहीं भूलेगा।”
उनके निधन से वैज्ञानिक जगत और शिक्षा क्षेत्र में गहरा शोक है। वे युवाओं के प्रेरणास्रोत थे और उनका योगदान आने वाली पीढ़ियों को मार्ग दिखाता रहेगा।