कुरुक्षेत्र,20 अप्रैल 2025: कुरुक्षेत्र की ऐतिहासिक धरती पर रविवार को एक विशेष आयोजन ‘वन वर्ल्ड-वन विज़न’ के तहत वैश्विक एकता और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का अद्भुत नजारा देखने को मिला। सांसद नवीन जिंदल की पहल पर 13 देशों से आए 28 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का भव्य स्वागत किया गया। यह कार्यक्रम 36वें अंतरराष्ट्रीय विधायी प्रारूपण प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित हुआ।
कार्यक्रम के दौरान सांसद जिंदल की ओर से कार्यालय प्रभारी धर्मवीर सिंह ने प्रतिनिधिमंडल को भारत के संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. बी.आर. अंबेडकर के योगदान और सांसद नवीन जिंदल की कार्यशैली से अवगत कराया। एक निजी होटल में आयोजित ‘वन वर्ल्ड-वन विज़न’ कार्यक्रम में विदेशी मेहमानों ने भारतीय आतिथ्य की सराहना करते हुए इसे ‘अविस्मरणीय अनुभव’ बताया।
प्रतिनिधिमंडल में मालदीव, ग्वाटेमाला, मंगोलिया, म्यांमार, नाइजीरिया, जांबिया, जिंबाब्वे, श्रीलंका जैसे देशों के नागरिक शामिल थे। उन्होंने कुरुक्षेत्र के धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कर भारतीय संस्कृति को करीब से महसूस किया।
सांसद नवीन जिंदल की ओर से सभी मेहमानों को अंबेडकर पर आधारित अंग्रेजी पुस्तक और श्रीमद्भगवद्गीता की प्रति भेंट की गई, जिसे विदेशी मेहमानों ने गर्व से स्वीकार किया। कार्यक्रम में कोर्स डायरेक्टर डॉ. केएन चतुर्वेदी भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
वन वर्ल्ड-वन विज़न कार्यक्रम ने एक बार फिर साबित कर दिया कि भारत वैश्विक मंच पर शांति, एकता और संस्कृति के आदान-प्रदान का मजबूत स्तंभ है – और कुरुक्षेत्र इसकी जीवंत मिसाल बना।