चंडीगढ़, 14 अप्रैल 2025: बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती पर हरियाणा से देश को करीब 10,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात देने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में वक्फ कानून और मुस्लिम समाज की दुर्दशा पर टिप्पणी कर सियासी हलचल मचा दी है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “अगर वक्फ की जमीन का सही इस्तेमाल हुआ होता, तो मेरे मुस्लिम नौजवानों को साइकिल के पंक्चर बनाकर जिंदगी नहीं गुजारनी पड़ती।” इस बयान ने विपक्ष को आक्रामक कर दिया है और सोशल मीडिया पर भी यह बयान तेजी से वायरल हो रहा है।
इमरान प्रतापगढ़ी का तीखा पलटवार
कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि पीएम मोदी ट्रोल भाषा बोल रहे हैं। “पंक्चर तो बहुत लोग बना रहे हैं, प्रधानमंत्री खुद युवाओं को पकौड़े तलने की सलाह दे चुके हैं। क्या नक़वी और शहनवाज हुसैन भी पंक्चर बना रहे हैं?” उन्होंने पीएम पर रोजगार न देने और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करने का आरोप लगाया।
आम आदमी पार्टी ने भी साधा निशाना
आप प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि अगर बीते 10 वर्षों में शिक्षा और स्किल डेवलपमेंट पर ध्यान दिया गया होता, तो आज कोई भी न पंक्चर लगाने को मजबूर होता और न ही पकौड़े तलने को। “प्रधानमंत्री को इस तरह की भाषा शोभा नहीं देती, उन्होंने राजनीतिक संवाद का स्तर गिराया है,” उन्होंने कहा।
‘वक्फ बोर्ड को संविधान से ऊपर रखा गया’ – पीएम का आरोप
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने वक्फ बोर्ड को संविधान से ऊपर रख दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि “वक्फ की जमीनें गरीब मुसलमानों, बेसहारा महिलाओं और बच्चों के लिए थीं, लेकिन इन्हें भूमाफियाओं ने हड़प लिया। कांग्रेस ने कट्टरपंथ को बढ़ावा देकर देश का नुकसान किया।”
‘कांग्रेस होती तो देश अब भी ब्लैकआउट में होता’
अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में देश अंधेरे में डूबा हुआ था। “अगर कांग्रेस की सरकार रहती, तो आज भी बिजली, रेल और सिंचाई की हालत बदतर होती। भाजपा ने सेवा को राजनीति का माध्यम बनाया, सत्ता का सुख नहीं।”