चंडीगढ़,07 अप्रैल। शिरोमणि अकाली दल को बड़ा झटका देते हुए वरिष्ठ नेता करनैल सिंह पीर मोहम्मद ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने त्याग पत्र में पार्टी की नीतियों, नेतृत्व की कार्यप्रणाली और धार्मिक फैसलों के प्रति उदासीन रवैये को लेकर तीखी नाराज़गी जताई है।
पीर मोहम्मद ने स्पष्ट कहा, “श्री अकाल तख्त साहिब हमारे लिए सर्वोच्च है, लेकिन 2 दिसंबर के हुकमनामे को ज्यों-का-त्यों लागू न करना बेहद चिंताजनक है।” उन्होंने इस फैसले को पंथ विरोधी करार देते हुए सात सदस्यीय समिति के गठन के बाद जत्थेदारों की अनदेखी पर भी गंभीर सवाल उठाए।
इस्तीफे में उन्होंने यह भी ज़िक्र किया कि इसी वजह से हरजिंदर सिंह धामी ने भी अपनी जिम्मेदारियों से इस्तीफा दे दिया था। पीर मोहम्मद ने अकाली नेतृत्व पर पंथक विचारधारा से भटकने का आरोप लगाते हुए कहा कि धार्मिक निर्णयों को जिस तरह से संभाला जा रहा है, वह न केवल असंतोषजनक है, बल्कि सिख समुदाय की भावनाओं के विपरीत भी है।
उन्होंने पंथक ताकतों से एकजुट होने की अपील करते हुए कहा, “अब समय आ गया है कि सच्चे पंथक विचार वाले लोग एक मंच पर आएं और मिलकर काम करें।”