अमृतसर,06 अप्रैल : पंजाब के अमृतसर में राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने पंजाब सरकार के ‘युद्ध नशे विरुद्ध’ अभियान के तहत नशे के खिलाफ एक प्रभावी पदयात्रा का आयोजन किया। इस अभियान के चौथे दिन राज्यपाल ने स्थानीय लोगों से अपील की कि वे इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लें, ताकि पंजाब को नशे से मुक्त किया जा सके।
राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने पदयात्रा के दौरान कहा, “आज (अभियान का) चौथा दिन है और यह ‘जन यात्रा’ बन गई है। स्थानीय लोग इस अभियान से जुड़ रहे हैं। बड़ी संख्या में छात्र इस अभियान से जुड़ रहे हैं। मेरी इच्छा थी कि इसे ‘जन यात्रा’ बनाया जाए और इसे सिर्फ ‘राज्यपाल यात्रा’ तक सीमित न रखा जाए। यह तो बस एक शुरुआत है, अब लोगों को इसे अपने गांवों में आगे बढ़ाना है।”
राज्यपाल के इस उत्साहजनक नेतृत्व ने स्थानीय लोगों और छात्रों को प्रेरित किया है, और अब यह अभियान तेजी से फैलता जा रहा है। उन्होंने नशे के खिलाफ समाज में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि नशे का जाल युवाओं के भविष्य को नष्ट कर रहा है, और इसे हर हाल में तोड़ना होगा।
इस अभियान का उद्देश्य केवल राज्य के शहरों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे हर गांव और कस्बे तक पहुंचाना है, ताकि पंजाब को नशे की गंभीर समस्या से निजात दिलाई जा सके। यह पहल पंजाब सरकार के सामाजिक सुधार कार्यक्रमों का हिस्सा है, जिसका लक्ष्य राज्य में नशे की लत को समाप्त करना है।
राज्यपाल कटारिया ने इस अभियान को ‘जन आंदोलन’ बनाने की बात कही और विश्वास जताया कि पंजाब के लोग इस जंग में साथ आएंगे। उन्होंने कहा, “यह लड़ाई हम सभी की है, और जब तक यह समस्या पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाती, हमें मिलकर इसका सामना करना होगा।”