बीते दिनों यमुनानगर में एक छात्र द्वारा प्रिंसिपल की गोली मारकर हत्या किए जाने के मामले को लेकर टोहाना के निजी स्कूल अध्यापकों द्वारा टीचर सेफटी को लेकर हड़ताल की गई। इस दौरान स्कूलों में पढाई नहीं हुई और निजी स्कूलों के अध्यापकों ने लघुसचिवालय टोहाना में उपमण्ड़ल अधिकारी के कार्यलय में पहुँच कर उन्हें अपनी मांगों के समर्थन में ज्ञापन सौपा। इस दौरान उन्होंने अपनी मांगों में टीचर सेफटी एक्ट बनाए जाने की मांग को जोरदार ढग़ से उठाया।
अध्यापक नेता धर्मपाल सैनी ने यमुनानगर में घटित इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा, कि जिस तरह से बच्चों की सुरक्षा के लिए एक्ट है, वैसे हमारे स्टाफ व हमारी सुरक्षा के लिए भी एक्ट बनाया जाए। कानून के तहत सजा का प्रवाधान हो। वहीँ स्कूल संचालक व अध्यापक नेता रणधीर पूनिया का इस बारे में कहना है ,कि जब सरकार बच्चों के लिए नियम बनाती है ,तो सरकार को चाहिए, कि वो शिक्षक के लिए भी टीचर सेफटी एक्ट बनाए ,जिससे अध्यापक सुरक्षित महसूस कर सके। उन्होंने प्रश्न उठाते हुए कहा, कि क्या अध्यापक सुरक्षित है ? सरकार हमारी भावनाओं से खिलवाड़ कर रही है अध्यापकों की मांग है, कि सरकार अध्यापकों भी सुरक्षा प्रदान करे।