मोहाली/चंडीगढ़: कनाडा के इतिहास की सबसे बड़ी सोना चोरी मामले में वांटेड एयर कनाडा की पूर्व मैनेजर सिमरनप्रीत पनेसर के चंडीगढ़ और मोहाली स्थित ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की है। शुक्रवार सुबह से ही ईडी की टीमों ने सेक्टर-79, मोहाली और सेक्टर-38, चंडीगढ़ में स्थित उनके किराए के मकानों पर दबिश दी। पनेसर पिछले एक साल से इन दोनों जगहों पर रह रहा था और पजेरो कार का इस्तेमाल करता था।
ईडी की पंजाब, चंडीगढ़ और दिल्ली की टीम इस मामले की जांच कर रही है। हालांकि, अभी तक किसी अधिकारी ने आधिकारिक बयान नहीं दिया है। दिलचस्प बात यह है कि सिमरनप्रीत की पत्नी प्रीति पनेसर पूर्व मिस इंडिया युगांडा हैं और एक सिंगर व अभिनेत्री भी हैं।
क्या है मामला?
अप्रैल 2023 में टोरंटो के पियर्सन इंटरनेशनल एयरपोर्ट के कार्गो कॉम्प्लेक्स से 400 किलोग्राम सोने की छड़ें (6,600 यूनिट) और लगभग 2.5 मिलियन डॉलर की विदेशी मुद्रा चोरी हो गई थी। यह चोरी उस समय हुई जब ज्यूरिख से आई एक फ्लाइट का सामान उतारा जा रहा था।
सिमरनप्रीत, जो उस समय ब्रैम्पटन, ओंटारियो में रहता था, डकैती के बाद कथित रूप से कनाडा छोड़कर भारत आ गया। हालांकि, जून 2024 में उसके वकीलों ने कहा था कि वह आत्मसमर्पण करेगा, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया।
कैसे हो रही है जांच?
इस हाई-प्रोफाइल मामले की जांच पील क्षेत्रीय पुलिस द्वारा “प्रोजेक्ट 24 कैरेट” के तहत की जा रही है। अब तक 20 से अधिक अधिकारी इस मामले की तहकीकात कर चुके हैं, जिसमें ट्रैकिंग, इंटरव्यू और सीसीटीवी फुटेज की जांच शामिल है। जांच में पता चला कि चोरी में इस्तेमाल किया गया ट्रक भी ट्रैक हो चुका है।
कनाडा लौटने का दावा
सिमरनप्रीत के वकील ग्रेग लाफोंटेन ने जून 2024 में कहा था कि उन्हें कनाडा की न्याय प्रणाली पर पूरा भरोसा है और वे अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए लौटने को तैयार हैं। इस मामले में अब तक 9 लोगों पर चोरी, साजिश और अपराध से अर्जित संपत्ति रखने के आरोप लग चुके हैं।
भारत में ईडी की कार्रवाई
ईडी ने इस मामले में पीएमएलए (Prevention of Money Laundering Act) की धारा 2(1)(RA) के तहत कार्रवाई की है। इस धारा के तहत, भारत से बाहर हुए किसी अपराध की जांच की जा सकती है यदि वह अपराध भारत में हुआ होता तो इसे गंभीर अपराध की श्रेणी में रखा जाता।
फिलहाल, ईडी मोहाली में सिमरनप्रीत से पूछताछ कर रही है। इस मामले में आगे की कार्रवाई कनाडा और भारतीय जांच एजेंसियों के सहयोग से तय होगी। पील क्षेत्रीय पुलिस अभी भी आरोपी के आत्मसमर्पण का इंतजार कर रही है।